बसपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि कि देश पिछले चार साल से अघोषित आपातकाल झेल रहा है। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह का माहौल है उसमें आम आदमी घुटन महसूस कर रहा है।
बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों का रवैया गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़ों और दलित विरोधी है । उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस वर्ग के लोगों के कल्याण की बात करने का नैतिक हक खो दिया है क्योंकि इन पर अत्याचार अभी भी जारी है। लखनऊ में जारी बयान में मायावती ने कहा कि नोटबंदी के कारण देश को वित्तीय आपातकाल झेलना पड़ा।
उन्होंने कहा कि आज जिस तरह की स्थिति है उसमें लोग घुटन और उत्पीड़न महसूस कर रहे हैं। बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति पर आत्ममंथन करना चाहिए। उन्हें गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याओं का समाधान कर अपनी देशभक्ति साबित करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लोगों के प्रति अपने संवैधानिक दायित्वों से दूर भागने के लिए नई चालबाजियां करती है और सांप्रदायिक भावना भड़काती है। देश भक्ति की बड़ी-बड़ी बातें कर लोक विरोधी नीतियों को छुपाना उनकी आदत बन गई है। मायावती ने कहा कि भाजपा नेता का जातिवादी रिकॉर्ड रहा है और उनका अहंकार इतना बढ़ गया है कि वे खुलेआम मीडिया को धमकी देते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि आरक्षण सुविधा को पूरी तरह से निष्क्रिय और अप्रभावी बना दिया गया है। बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा शासन में प्राइवेट सेक्टर को बड़े स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है।