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मोदी सरकार में पूरे देश में अस्थिर प्रशासन: शिवसेना

गुजरात और देश के अन्य हिस्सों में हुई हिंसा के मुद्दे पर भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सीधे नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह घटनाएं दिखाती हैं कि देश अस्थिर प्रशासन से जूझ रहा है जबकि प्रधानमंत्री शांति के शुभंकर बनकर दुनिया भर में घूम रहे हैं।
मोदी सरकार में पूरे देश में अस्थिर प्रशासन: शिवसेना

महाराष्ट्र और तेंद्र की सरकार में भाजपा की अहम सहयोगी पार्टी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय के जरिये पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी शांति के शुभंकर बनकर दुनिया भर में घूम रहे हैं जबकि दूसरी तरफ उनका गुजरात जल रहा है। लोगों के दिमाग में क्या है, यह गुजरात में दिख रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में यदि पुलिस को हाथों में बंदूक लेकर शांति कायम करनी पड़े तो यह स्थिर प्रशासन का संकेत नहीं है। पार्टी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने शांति भंग कर रखी है जबकि जम्मू-कश्मीर में प्रशासन चरमरा गया है और देशद्रोहियों की चांदी है। सामना में कहा गया कि एक तरफ भाजपा कहती है कि भारत-समर्थक नारे न लगाने वालों को देश में रहने का हक नहीं है, जबकि दूसरी तरफ वह एक ऐसी सरकार का हिस्सा बन जाती है जिसमें ऐसे लोग शामिल हैं जो भारत माता की जय बोलने से इनकार करते हैं।

 

शिवसेना ने सवाल उठाया, हार्दिक पटेल ने आरक्षण के नाम पर हिंसा भड़काई। लिहाजा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। लेकिन क्या उस पर देशद्रोही होने का फर्जी आरोप लगाकर उसे जेल भेजना सही है? पार्टी ने कहा, भाजपा आलाकमान जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए ऐसे लोगों से बातें करते हैं जो पाकिस्तान का पक्ष लेते हैं, लेकिन गुजरात में अपने ही लोगों से बात करने में उन्हें अहं की समस्या आ जाती है। यह किसी योग्य शासक का गुण नहीं है। संपादकीय में कहा गया कि मोदी का समर्थन करने वाले नौजवान अब पटेल की रिहाई के लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतरने लगे हैं। शिवसेना ने कहा, हार्दिक पटेल और कन्हैया कुमार जैसे लोगों ने चुनौती पेश कर दी है। भाजपा को शांति से बैठकर सोचने और अपने अहं को किनारे रखकर कोई समाधान तलाशने की जरूरत है।

 

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