राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर 2 साल से लंबित शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित एमसीडी की 383.74 करोड़ रुपये की राशि जारी करने को कहा है। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पत्र में लिखा है कि विधानसभा द्वारा पहले ही पारित इस राशि को बिना किसी वजह रोके जाने से दिल्ली में प्राथमिक शिक्षा और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली का उपराज्यपाल बनने के बाद से ही विनय कुमार सक्सेना और दिल्ली की आप सरकार के बीच तकरार बना हुआ है. इस बीच उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की तरफ से पत्र लिखकर 2 साल से लंबित शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित एमसीडी की 383.74 करोड़ रुपये की राशि जारी करने को कहा है। इस पर फिलहाल अभी तक आम आदमी पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की तरफ से आम आदमी पार्टी के नेताओं को लीगल नोटिस भेजा गया था। उपराज्यपाल की तरफ से आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और जैस्मीन शाह को लीगल नोटिस भेजा गया था। दिल्ली विधानसभा सेशन के दौरान आम आदमी पार्टी विधायकों ने आरोप लगाया था कि खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन रहते हुए विनय कुमार सक्सेना के निर्देश पर गलत तरीके से पुराने नोटों को नए में बदलवाया गया और इसमें 1400 करोड़ का घोटाला हुआ। एलजी की तरफ से भेज गए नोटिस में इसपर आपत्ति जाहिर की गई थी।
मा. उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal को पत्र लिख शिक्षा और स्वास्थ्य सम्बंधी MCD के 2 साल से लंबित ₹ 383.74 करोड़ जारी करने को कहा है।
— Raj Niwas Delhi
विधानसभा द्वारा पहले ही पारित इस राशि को अकारण रोके जाने से दिल्ली में प्राथमिक शिक्षा और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। pic.twitter.com/jFxNuTgQp0