शिवसेना लगातार मोदी सरकार पर हमले बोल रही है। शिवसेना ने आज पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में नरेंद्र मोदी पर कड़ा प्रहार किया है। लेख में कहा गया है कि जनता ईश्वर है, लेकिन नोटबंदी के चलते ईश्वर को भी भिखारी बनकर रहना पड़ रहा है। नोटबंदी से देश की हालत चिंताजनक है। व्यापारियों के पास नकदी नहीं है, उन्हें चिल्लर से काम चलाना पड़ रहा है।
शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस पर भी निशाना साधा है। संपादकीय में लिखा है कि देश किन हालतों से गुजर रहा है इसकी परवाह नहीं है, लेकिन करोड़ों रुपये खर्च करके विज्ञापनबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है।
शिवसेना ने कहा है कि ब्रिटिश व्यापारी के रूप में और देश में 'तोड़ो, फोड़ो और राज करो' नीति के तहत 150 साल तक देश में बने रहे। व्यापारियों पर कभी भी ईश्वरीय वरदान नहीं होता, उसके जरिए लूट ही होती है। आज भी जिन्हें ईश्वरीय वरदान लगती है, वह ईश्वरों का अपमान करना रोकें। ईश्वर भिखारी हो गया है!
लेख में कहा गया है कि ब्रिटिश राज को ईश्वर का वरदान कहा जाता था। उसी तर्ज पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह के राज को भी ईश्वर का वरदान बताने वालों का उदय हुआ है। अच्छी बरसात हो जाए तो मोदी सरकार के कारण हुई, ऐसा बताने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन विदर्भ के किसान सकंट से गुजर रहे हैं। ये संकट भी मोदी और फडणवीस सरकार का वरदान है। इसे मानने को वो तैयार नहीं है।