कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल देशमुख पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने देशमुख के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके निजी सहायक कुंदन शिंदे और निजी सचिव संजीव पलांडे को गिरफ़्तार किया है। मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय देशमुख को समन भेज पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन, वो आज यानी शनिवार को नहीं जाएंगे। पूर्व गृहमंत्री देशमुख के वकील ने जानकारी देते हुए। कहा है, "आज वो पूछताछ के लिए नहीं आएंगे क्योंकि ईडी को केस के बारे में जो जानकारी चाहिए थी वो डॉक्यूमेंट हमें अभी तक नहीं दी गई है, इसके लिए हमने उन्हें एक पत्र लिखा है और डॉक्यूमेंट देने की मांग की ताकि हम उसके हिसाब से लिखित जानकारी जमा कर सकें"
ईडी अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की गई। छापेमारी की कार्रवाई देशमुख के नागपुर में स्थित आवास पर भी की गई थी। इसके पहले सीबीआई की टीम ने भी देशमुख से पूछताछ की थी। देशमुख फिलहाल नागपुर के घर पर मौजूद नहीं है। उनके पुणे में होने की खबर है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने सीबीआई की एक प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद पिछले महीने देशमुख (71) और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम कानून के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने बंबई हाई कोर्ट के आदेश पर एक मामला दायर करने के बाद प्रारंभिक जांच की थी जिसके बाद ईडी ने मामला दर्ज किया। हाई कोर्ट ने सीबीआई को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए कहा था।