आने वाले दिनों में हिंदुओं और मुस्लिमों के प्रमुख त्योहारों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि त्योहारों के नाम पर राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद को चेतावनी दी है कि वह दुर्गा पूजा के दौरान माहौल बिगाड़ने की कोशिश ना करें। ममता ने कहा है कि यह ‘आग से खेलने’ की तरह होगा।
हालांकि ममता ने भी यह भी कहा कि उनकी सरकार ने विजयादशमी त्योहार मनाने पर कोई रोक नहीं लगाई है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ संगठन गलत सूचना फैला रहे हैं कि हम पूजा पंडालों और घरों में विजयादशमी के उत्सव को रोक रहे हैं। हमने कहा था कि एक अक्तूबर को एकादशी के दिन प्रतिमा विसर्जन नहीं होगा। मुहर्रम मुस्लिम समुदाय के शोक मनाने का अवसर होता है जो उसी दिन पड़ रहा है। प्रतिमा विसर्जन दो से चार अक्टूबर तक चलेगा।’’
उन्होंने कहा कि मुहर्रम के दिन मूर्ति विसर्जन नहीं होगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ममता ने कड़ा संदेश देते हुए कहा, “दुर्गा पूजा के दौरान किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही मुहर्रम के मौके पर किसी भी तरह के मूर्ति विसर्जन के कार्यक्रम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। त्योहारों के नाम पर राजनीति किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए।”
No violence will be tolerated during Durga Puja. No idol immersion on Muharram. Politics shouldn't be done in name of festivals: WB CM pic.twitter.com/wqnURPZrcn
— ANI (@ANI) 16 September 2017
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई शांति भंग करने का प्रयास करता है, तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। भाजपा को सीबीआई, ईडी का इस्तेमाल करके और दंगे कराकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।’’
ममता का कहना है कि महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाएंगी और विजयादशमी का त्योहार पहले की तरह मनाया जाएगा। जिन लोगों को बंगाल में दुर्गापूजा और काली पूजा के बारे में जानकारी नहीं है, वे इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रशासन राज्य में हथियारों के साथ प्रतिमा विसर्जन जुलूस की अनुमति नहीं देगा। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से भी मुहर्रम के जुलूस को शांतिपूर्वक निकालने की अपील की।
गौरतलब है कि शुक्रवार को विहिप ने कहा था कि वे लोग पूरे राज्य में शस्त्र पूजन का कार्यक्रम करेंगे।