कांग्रेस विधायक दल के नेता और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से जुड़ लोगों के ठिकानों पर सोमवार को ईडी की रेड और करीब 35 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामदगी के बाद उनके आप्त सचिव संजीव कुमार लाल तथा संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने दोनों को देर रात गिरफ्तार किया है।
ईडी की टीम दूसरे दिन भी कई ठिकारों पर रेड कर रही है। सोमवार को ईडी ने संजीव कुमार लाल, उनके नौकर जहांगीर आलम और इंजीनियर कुलदीप मिंज व विकास कुमार तथा ठेकेदार मुन्ना सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की थी। बरामद राशि में सर्वाधिक संजीव लाल के नौकर जहांगीर के हरमू रोड स्थित आवास से 31.20 करोड़ रुपये बरामद किये गये। खुद संजीव लाल के ठिकाने से 10 लाख रुपये नकद तथा कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किये थे। यह रेड ग्रामीण कार्य विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के यहां रेड से जुड़ा है। वीरेंद्र राम के साथ उनका भतीजा आलोक रंजन, वीरेंद्र राम के सीए मुकेश मित्तल का सहयोगी हरीश यादव व नीरज मित्ता, रामप्रकाश भाटिया व तारा चंद अभी जेल में हैं। ठेकेदार मुन्ना सिंह जिसके ठिकाने पर भी रेड हुआ है वह पहले गीतांजलि रियल स्टेट में था। अभी तेजस्विनी रियल स्टेट से जुड़ा है।
संजीव लाल की पत्नी इस कंपनी में निदेशक हैं। संजीव लाल का नौकर जहांगीर जिसके फ्लैट से 32 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए के बारे में कहा जा रहा है कि उसका संबध मंत्री आलमगीर आलम के पुत्र तनवीर आलम से जुड़ा है। जहांगीर, तनवीर आलम के ससुराल के ससुराल का रहने वाला है। तनवीर ने पहले रांची में मिनरल वाटर का प्लांट खोला था, जिससे कुछ दिनों तक जहांगीर जुड़ा रहा। आलमगीर आलम के मंत्री बनने के बाद जहांगीर उनका गैर सकारी सहायक भी रहा। बाद में उसे संजीव लाल से टैग कर दिया गया।
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से जुड़े ठिकानों पर चुनाव के मौके पर रेड, बरामदगी और भाजपा के आक्रमण से कांग्रेस की फजीहत हो रही है। हालांकि आलमगीर आलम ने कहा है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव लाल मेरे आप्त सचिव हैं मगर उनके अनुभव को देखकर उन्हें नियुक्त किया था। मुझसे पहले भी वे दो मंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं। मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। ईडी की जांच और नतीजे के बाद ही कुछ कह पाउंगा। उधर मुख्मंत्री चम्पाई सोरेन ने भी सोमवार की शाम मीडिया से कहा कि ईडी के रेड और रुपयों की बरामदगी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
बता दें कि जेल में बंद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के ठिकानों पर भी दो साल पहले इसी दिन ईडी ने छापेमारी की थी। जमीन घोटाला मामले में खुद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में हैं। भ्रष्टाचार के और भी मामले हैं जिसे लेकर भाजपा राज्य सरकार पर आक्रमण कर रही है। आलमगीर आलम के करीबी लोगों के ठिकानों से बरादगी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान लिया है। सोमवार को ओडिशा के चुनावी सभा में कहा कि पड़ोसी राज्य में नोटों का पहाड़ मिला है, जो खायेगा वह जेल की रोटी चबायेगा।