रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रघुवर सरकार के शासन के दौरान चॉकलेट और टीशर्ट घोटाले की जांच एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) से कराने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव पर अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास द्वारा ठेका, खनन आदि में घोटाले को लेकर हेमन्त सरकार पर आक्रमण के तुरंत बाद यह कार्रवाई हुई है।
रघुवर दास ने कहा है कि मेरे आरोपों का निशाना सही जगह लगा है। यह खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली बात है। हमने 5 साल ईमानदार सरकार और ईमानदार प्रशासन दिया है। इसके बावजूद अगर किसी को लगता है कि कोई गड़बड़ी हुई है, तो किसी भी जांच का मैं स्वागत करता हूं। सांच को आंच क्या। इस सरकार ने विधानसभा में स्वयं स्वीकार किया था कि इस मामले में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है। अभी हाल के दिनों में ही मैंने सरकार पर कुछ गंभीर सवाल उठाए थे, शायद निशाना सही जगह लगा है।
दरअसल रघुवर सरकार के शासन के दौरान 13 से 15 नवंबर 2016 में झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य समारोह में गायिका सुनिधि चौहान के कार्यक्रम और विभिन्न विद्यालयों में बच्चों के बीच टी -शर्ट और मिठाई तथा टॉफी वितरण किया गया था। इसमें अनियमितता के आरोप लगे थे। राज्य सरकार के अनुसार इसमें बरती गई अनियमितता की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) करेगी । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अनियमितता की मिली शिकायतों के मद्देनजर एसीबी जांच के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। वर्ष 2016 के राज्य स्थापना दिवस समारोह के आयोजन में हुई अनियमितता को लेकर झारखंड उच्च न्यायालय में भी एक जनहित याचिका सुनवाई के लिए विचाराधीन है ।