हेमंत सरकार अब रघुवर सरकार के दौरान नौकरी 'घोटाले' की जांच करायेगी। स्किल समिट के दौरान एक दिन में एक लाख से अधिक युवाओं को नौकरियों का ऑफर लेटर दिलवा तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स-इंडियन रिकार्ड में रिकार्ड दर्ज कराया था। तो झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी को स्कॉच अवार्ड मिला था। दो स्किल समिट में विभिन्न विभागों के सहयोग से विभिन्न कंपनियों में करीब सवा लाख से अधिक लोगों को नौकरी के लिए ऑफर लेटर दिये गये थे। ज्यादातर लोग ऐसे थे जिन्हें दूसरे प्रदेशों में आठ-दस हजार रुपये की नौकरी मिली। बेरोजगार ठगा महसूस कर रहे थे। आमद और खर्च को देखते हुए बड़ी संख्या में युवा गये नहीं तो अनेक दो-चार माह में ही वापस लौट आये। सीवरेज-ड्रेनेज के डीपीआर निर्माण में गड़बड़ी के लिए चर्चित मैन हर्ट घोटाला, जेरेडा में 170 करोड़ के घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, बनहरदी कोल ब्लॉक घोटाला की एसीबी ( एंटी करप्शन ब्यूरो) से जांच के आदेश और छात्रवृत्ति घोटाला की जांच के आदेश के बाद हेमंत सोरेन का पूर्ववर्ती रघुवर सरकार पर यह नया आक्रमण है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्किल समिट 2018 और ग्लोबल स्किल समिट 2019 में लोगों को दिये गये ऑफर लेटर और उनके नियोजन की अद्यतन स्थिति को लेकर खड़े किये गये गंभीर सवालों पर उठे विवाद की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने का निर्णय किया है। कांग्रेस विधायक प्रदीप कुमार ने बीते विधानसभा सत्र के दौरान नियोजन लेटर और नौकरी पाने वालों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़ा करते हुए इसकी स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की थी।
1 लाख 33 हजार लोगों को मिला था ऑफर लेटर
स्किल समिट 2018 में 26 हजार 674 लोगों को ऑफर लेटर दिया गया था। उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा ही 15 हजार 869 को ऑफर लेटर दिया गया था। इसके अतिरिक्त ग्रामीण विकास, शहरी विकास एवं आवास, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण, खनन एवं भूतत्व, उद्योग, पर्यटन, कला संस्कृति खेल एवं युवा कार्य विभागों द्वारा ऑफर लेटर दिये गये थे। ग्लोबल स्किल समिट 2019 में एक लाख छह हजार 619 लोगों को ऑफर लेटर दिये गये थे। इसमें झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसाइटी द्वारा ही 44 हजार 693 लोगों को ऑफर लेटर दिये गये थे। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 12 हजार और तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा करीब छह हजार, शहरी विकास एवं आवास विभाग द्वारा 14 हजार 892 और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 12 हजार 451 लोगों को जॉब ऑफर लेटर दिये थे।
सुदूर प्रदेशों में आठ-दस हजार की नौकरी
मार्च महीने में विधानसभा में ऑफर लेटर पाने और मौजूदा स्थिति पर सवाल उठा तो विधायक प्रदीप यादव, सरयू राय जैसे लोगों ने कहा कि आठ-दस हजार रुपये की नौकरी के लिए युवाओं को चेन्नई, पुणे, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु जैसे सुदूर इलाकों में भेजा गया। अनेक युवक निराश होकर वापस लौट गये।