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प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च कर रहे 52 आप विधायक हिरासत में लिए गए

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक शिकायत दर्ज किए जाने के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के 52 विधायकों ने आत्मसमर्पण के लिए रविवार को प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च किया। मार्च करने वाले विधायकों में दिल्ली सरकार के छह मंत्री भी थे जिन्हें अन्य विधायकों के साथ प्रधानमंत्री आवास के आसपास उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में लागू निषेधाज्ञा को तोड़ने के मामले में हिरासत में लिया गया। हालांकि 4 घंटे बाद पुलिस ने सभी विधायकों को छोड़ दिया।
प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च कर रहे 52 आप विधायक हिरासत में लिए गए

दिल्ली की आप सरकार और केंद्र के बीच ताजा टकराव की स्थिति गाजीपुर मंडी के व्यापारियों द्वारा सिसोदिया के खिलाफ एक शिकायत के बाद बनी। शिकायत में आरोप लगाया गया कि उपमुख्यमंत्री ने उन्हें धमकाया है। इससे पहले शनिवार को ही छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के आरोपों में आप विधायक दिनेश मोहनिया को गिरफ्तार किया गया था। मार्च की अगुवाई कर रहे सिसोदिया ने कहा, मैं मोदी जी से केवल यह कहने गया था कि दिल्ली की जनता के लिए हमें काम करने दें। अगर आपको हमें गिरफ्तार करने का शौक है तो कीजिए। लेकिन दिल्ली के कामकाज में अवरोध नहीं डालें। छोड़े जाने के बाद सिसोदिया ने कहा, हम सभी साथ गए थे। अगर आप हमें जेल भेजने की राजनीति करना चाहते हैं तो हम सब आपके पास आएंगे। हमें एक साथ जेल भेजिए। मोदी पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने उन 14 विधेयकों का जिक्र किया जो केंद्र ने लौटा दिए हैं। केंद्र ने कहा है कि इन्हें पारित करने में प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। सिसोदिया ने शनिवार को कहा था कि वह गाजीपुर मंडी के औचक निरीक्षण पर गए थे जहां कुछ लोग अवैध कारोबार चला रहे थे। घटना के बारे में विशेष पुलिस आयुक्त (उत्तर) एस बी के सिंह ने कहा कि गाजीपुर आढ़ती संघ के अध्यक्ष ने गाजीपुर थाने को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि गाजीपुर मंडी के अपने दौरे के दौरान सिसोदिया ने उनकी शिकायतों को सुनते समय बहुत ही तानाशाही भरा रवैया अपनाया।

 

इससे पहले आज रविवार की सुबह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाई गई विधायकों की बैठक में प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकालने का फैसला किया गया। बैठक में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल और उपाध्यक्ष राखी बिड़ला भी उपस्थित थीं। केजरीवाल ने ट्वीट किया, मनीष सिसोदिया के खिलाफ कल शिकायत दाखिल। मनीष आज प्रधानमंत्राी के समक्ष आत्मसमर्पण करने के लिए 7, आरसीआर जाएंगे। पार्टी नेता गोपाल राय ने कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली में आपातकाल जैसे हालात बना दिए हैं और दिल्ली सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए योजबनाद्ध तरीके से काम हो रहा है। उन्होंने कहा, जब भाजपा का कोई विधायक गुंडागर्दी करता है तो उसे गिरफ्तार नहीं किया जाता। एम एम खान हत्याकांड में जिन लोगों के नाम आए, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई लेकिन आप को निशाना बनाया जाता है। 

 

विधायकों पर हुई कार्रवाई को सही ठहराते हुए विशेष पुलिस आयुक्त (नयी दिल्ली) एम के मीणा ने कहा, हमें इस बात से मतलब नहीं है कि किसी पार्टी या किसी व्यक्ति का क्या रुख है। लेकिन हम कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मोहनिया की गिरफ्तारी और सिसोदिया के खिलाफ शिकायत के मामलों के बीच अंतर करते हुए विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) ताज हसन ने कहा कि सिसोदिया के खिलाफ मिली शिकायत में किसी संज्ञेय अपराध का उल्लेख नहीं है। मोहनिया के मामले में हसन ने कहा कि शिकायत संज्ञेय है और महिला का बयान भी मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किया गया है। उधर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रीजीजू ने घटनाक्रम को नाटक करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने आप को काम करने का जनादेश दिया है लेकिन केजरीवाल नौटंकी में लगे हैं। रीजीजू ने कहा कि केजरीवाल के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं देना ही बेहतर है। उन्होंने कहा, हम देश चलाने में बहुत व्यस्त हैं। लोगों ने हमें देश की सेवा करने का मौका दिया है। अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगी हर समय नौटंकी करते है। क्या उन्हें कोई काम नहीं है?

 

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