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केन्द्र की ओर से उठाये गये कदम जमीनी स्तर तक पहुंचाने की ईमानदारी से हो कोशिशः मायावती

बसपा अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार तत्काल और इमानदारी से इस बात का प्रयास करें कि...
केन्द्र की ओर से उठाये गये कदम जमीनी स्तर तक पहुंचाने की ईमानदारी से हो कोशिशः मायावती

बसपा अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार तत्काल और इमानदारी से इस बात का प्रयास करें कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उठाये गये कदम जमीनी स्तर तक पहुंचें।

मायावती ने ट्वीट किया, ''अभूतपूर्व कोरोना लॉकडाउन के कारण देश की चरमराई स्थिति, अव्यवस्था व ध्वस्त अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए केन्द्र ने जो भी कदम उठाए हैं उस पर विश्वास करते हुए बसपा का यही कहना है कि इसको जमीन पर ईमानदारी से लागू करने की जी-जान से कोशिश तत्काल शुरू कर देनी चाहिए।''

यूपी जैसे प्रभावित राज्यों को सीधे मिले राशि 

उन्होंने कहा, ''साथ ही, लाचार और मजलूम करोड़ों प्रवासी मजदूरों के लिए पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट की ओर से जो 1,000 करोड़ रुपये मदद की घोषणा की गई है, वह यूपी जैसे अति-प्रभावित राज्यों को सीधे मिलनी चाहिए, ताकि यह उनके लिए अपने पांव पर खड़े होने का सही सहारा बन सके और गरीबों मजदूरों को पलायन करने के लिए मजबूर न होना पड़े।''

प्रवासी मजदूरों की पीएम केयर्स फंड से मदद

पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने बुधवार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए 3,100 करोड़ रुपये आवंटित करने का फैसला किया और राशि का उपयोग अन्य चीजों के अलावा, वेंटिलेटर और प्रवासी श्रमिकों की देखभाल के लिए किया जाएगा। 3,100 करोड़ रुपये में से, लगभग 2,000 करोड़ रुपये "मेड-इन-इंडिया" वेंटिलेटर खरीदने और प्रवासी मजदूरों की देखभाल के लिए 1,000 करोड़ रुपये होंगे।

सरकारी पहल की जरूरत

बसपा सुप्रीमो ने पीएम के राहत पैकेज ऐलान पर कहा था कि निजी सेक्टर के बजाय सरकारी पहल से देश की पूंजी में विकास की ज्यादा जरूरत है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि बसपा का मानना है कि भारत को आत्म निर्भर बनाने के अति-अहम मामले में निजी सेक्टर के बजाय सरकारी पहल और इसके जरिए देश की पूंजी में विकास की ज्यादा जरूरत है। इस पर ईमानदारी से अमल करने से ही गरीबी व बेरोजगारी सहित देश की अन्य और भी मूलभूत समस्याओं का समाधान संभव होगा।

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