भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरे देश में जब ऑक्सीजन को लेकर अफरातफरी मची थी और राजनीति चरम पर थी, तब दिल्ली सरकार दबाव बनाकर जरूरत से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन ले रही थी। दिल्ली सरकार की वजह से हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और जम्मू-कश्मीर समेत 12 राज्यों ने आक्सीजन का संकट झेला। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की किल्लत के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त राष्ट्रीय कार्यबल यानी एनटीएफ की एक उपसमिति ने अपनी रिपोर्ट में कुछ ऐसी बातें कही है, जिसने दिल्ली सरकार को कठघरे में ला दिया है। जिसके बाद केजरीवाल सरकार पर आरोप लगे हैं कि राज्य सरकार ने जरूरत से अधिक ऑक्सीजन की मांग की, जिससे अन्य राज्यों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बीच अब केजरीवाल ने मुद्दे को मोड़ते हुए तीसरी लहर को लेकर तैयारी करने की नसीहत दे दी है। केजरीवाल ने शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "ऑक्सिजन पर आपका झगड़ा खतम हो गया हो तो थोड़ा काम कर लें? आइए मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाते हैं कि तीसरी वेव में किसी को ऑक्सिजन की कमी ना हो। दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सिजन की भीषण कमी हुई।अब तीसरी लहर में ऐसा ना हो। आपस में लड़ेंगे तो कोरोना जीत जाएगा और मिलकर लड़ेंगे तो देश जीतेगा।"
इससे पहले भी सीएम केजरीवाल ने मामले पर सफाई दी थी। भाजपा द्वारा एक उपसमिति की रिपोर्ट का हवाला देकर दिल्ली सरकार पर जरूरत से चार गुना ज्यादा आक्सीजन मांगने के आरोप पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपना पक्ष रखा था। शुक्रवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मेरा गुनाह यह है कि मैं अपने दो करोड़ लोगों की सांसों के लिए लड़ा।’ प्रधानमंत्री या केंद्र सरकार के अन्य किसी मंत्री का नाम लिए बगैर केजरीवाल ने कहा, ‘जब आप चुनावी रैली कर रहे थे तब मैं रातभर जगकर आक्सीजन का इंतजाम कर रहा था। लोगों को आक्सीजन दिलाने के लिए मैं लड़ा, गिड़गिड़ाया। लोगों ने आक्सीजन की कमी से अपनों को खोया है। उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है।’
हालांकि, समिति को हेड कर रहे एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि अभी ये कहना की केजरीवाल सरकार ने जरूरत से चार गुणा अधिक ऑक्सीजन की मांग की तो ये जल्दीबाजी होगा। अभी ऐसा कहना जायज नहीं है। वहीं, भाजपा इसके बाद लगातार केजरीवाल पर हमलावर है। डॉक्टर गुलेरिया ने कहा है कि दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट एक अंतरिम रिपोर्ट है। हमें अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। एक अंग्रेजी न्यूज चैनल एनडीटीवी की ओर से पूछे गए एक सवाल कि क्या दिल्ली की ओर से चार गुना बढ़ाकर डिमांड पेश की गई। इसके जवाब में उन्होंने कहा 'मुझे नहीं लगता मामला सुप्रीम कोर्ट में है। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि शीर्ष अदालत इस बारे में क्या कहती है।' डॉक्टर गुलेरिया के इस बयान से दिल्ली की केजरीवाल सरकार को राहत मिली है।