बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान में विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने बलपूर्वक बंगला खाली कराने के आदेश पर तीखी प्रतिक्रया जताई है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का स्तर है-कभी सुरक्षा तो कभी बंगला।
उन्होंने शनिवार को कहा कि विरोधी दल का नेता होने के कारण मुझे भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है। सुशील मोदी का बंगला मुझे आवंटित हुआ है और वे मेरा बंगला चाहते हैं। तेजस्वी ने सवाल किया कि जब यह खाली ही नहीं है तो इसे उन्हें कैसे आवंटित हो सकता है। पांच देशरत्न मार्ग का यह बंगला तेजस्वी अभी अपने कार्यालय के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
It's level of politics-Kabhi suraksha kabhi bangla. As oppn leader I've status of cabinet min. Sushil Modi's bungalow was allotted to me, he wants mine. When it isn't vacated how can it be allotted to him?: Tejashwi Yadav on allotment of bungalow he uses as office to Bihar Dy CM pic.twitter.com/SCQJLTq5aj
— ANI (@ANI) April 21, 2018
गौरतलब है कि शुक्रवार को भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी का बंगला खाली कराने के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा। पत्र में बलपूर्वक यह बंगला खाली कराने का आदेश दिया गया है। 10 अप्रैल को भी भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस दिया था। उप मुख्यमंत्री के नाते यह बंगला सुशील मोदी को दिया जाएगा। तेजस्वी को मोदी का 1- पोलो रोड का बंगला दिए जाने की बात है। इसको लेकर भवन निर्माण विभाग ने पहले भी कई बार नोटिस जारी किया है।
इससे पूर्व पिछले सप्ताह राबड़ी देवी के आवास से सुरक्षा हटाए जाने के मामले ने तूल पकड़ा था। पहले सुरक्षा हटाने की बात कही गई थी और बताया गया था कि जो सुरक्षाकर्मी हटाए जा रहे हैं वे राजद प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को मिले थे। चूंकि अब लालू जेल में हैं इसलिए ये सुरक्षाकर्मी हटाए जा रहे हैं। इस पर राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कड़ा पत्र भी लिखा था। बाद में मुख्यमंत्री के आदेश से पुरानी सुरक्षा व्यवस्था बहाल कर दी गई थी।