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केजरीवाल पर सवाल उठाने वाले कपिल मिश्रा 'आप' से निलंबित

अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट से निकाले जाने के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा को आज आम आदमी पार्टी (आप) की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया। कपिल मिश्रा द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल पर घूसखोरी का आरोप लगाने के बाद पार्टी ने यह एक्शन लिया है।
केजरीवाल पर सवाल उठाने वाले कपिल मिश्रा 'आप' से निलंबित

आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में यह फैसला किया गया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बैठक के दौरान मिश्रा के निलंबन की पुष्टि करते हुये बताया कि केजरीवाल के खिलाफ मिश्रा के निराधार और अनर्गल आरोपों के कारण यह फैसला किया गया। मिश्रा ने केजरीवाल पर स्वास्थ्य मंत्राी सत्येन्द्र जैन से अपने एक रिश्तेदार की जमीन का सौदा कराने के एवज में दो करोड़ रुपये नकद लेने का आरोप लगाया था।

जीत सत्य की होगी: केजरीवाल

केजरीवाल ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोडते हुए आज ट्वीट किया कि जीत सत्य की होगी। कल विधानसभा के विशेष सत्र से इसकी शुरूआत होगी।

कपिल मिश्रा की प्रेस कांफ्रेंस के बाद अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी मिश्रा के आरोपों से इनकार किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि उनके जीजा अब इस दुनिया में नहीं हैं और मिश्रा बिना दिमाग लगाए लिखी-लिखाई स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं।

इसके पहले एक संवाददाता सम्मेलन में कपिल मिश्रा ने उन्हें पार्टी से निकालने के लिए पीएसी को चुनौती दी थी. कपिल मिश्रा ने कहा, 'मैं पीएसी को चुनौती देता हूं कि वह मुझे पार्टी से निकालकर दिखाए। बंद कमरे में पार्टी से निकालने का लिया गया फैसला कपिल मिश्रा को मंजूर नहीं होगा।'

इससे पहले जैन ने मिश्रा के अरोपों को गलत बताते हुये कहा कि केजरीवाल और उनके बीच पैसों का कोई लेनदेन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मिश्रा झूठ बोल रहे हैं। जैन ने कहा कि मिश्रा मानसिक संतुलन खो चुके हैं इसलिये ऐसे अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मैं कल से देख रहा हूं कि कपिल जी कितना झूठ बोल रहे हैं।

सत्येंद्र जैन ने आगे कहा कि वो कपिल मिश्रा के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाएंगे. उनका कहना था कि कपिल मिश्रा मानसिक संतुलन खो चुके हैं और निराधार आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने मिश्रा को आरोपों से जुड़े सबूत पेश करने की चुनौती दी. जैन ने दोहराया कि वो शुक्रवार को केजरीवाल के घर गए ही नहीं थे और मिश्रा पार्टी को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।

केजरीवाल पर टैंकर मामले की जांच में देरी कराने का आरोप

इस बीच मिश्रा ने टैंकर घोटाले की जांच में जानबूझ कर देर करने के अपने आरोपों के समर्थन में दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीबी) के समक्ष दस्तावेजी सबूत पेश किये। एसीबी के प्रमुख एमके मीणा ने सबूतों के आधार पर मिश्रा का बयान दर्ज कराने की बात कही है। मीणा ने कहा कि 4.00 करोड़ रुपये के टैंकर घोटाला मामले में एसीबी मिश्रा के विस्तृत बयान दर्ज करायेगी। मिश्रा ने केजरीवाल पर इस मामले की जांच में जानबूझ कर देरी कराने का आरोप लगाया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्राी शीला दीक्षित आरोपी हैं।

मीणा ने कहा कि मिश्रा ने अपने बयान दर्ज कराने की इच्छा जाहिर की है। इसके लिये एसीबी की ओर से उन्हें समय दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में दीक्षित के बयान पहले ही दर्ज किये जा चुके हैं। अब मिश्रा के भी बयान दर्ज करने के बाद इस मामले की दिशा तय की जायेगी।

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