रविवार को केजरीवाल पर दो करोड़ रुपए नकद लेने का आरोप लगाने वाले पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने सोमवार को कहा कि टैंकर घोटाले में अरविंद केजरीवाल और उनके दो साथियों आशीष खेतान और विभव कुमार ने जांच को प्रभावित किया। मिश्रा ने जोर देते हुए कहा कि इन दोनों ने मेरे द्वारा कराई जा रही जांच को प्रभावित करने की पुरजोर कोशिश की।
मिश्रा ने कहा कि आरोप के संबंध में शुरुआती दस्तावेज दे दिए हैं। मैं सरकारी गवाह बनने को भी तैयार हूं। सोमवार को ही कपिल मिश्रा ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की जिसके बाद बैजल ने मामले की जांच के लिए समिति के गठन का आदेश दिया है। इसके बाद कपिल ने एसीबी के अधिकारियों से मुलाकात कर मामले की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद एसीबी फिर बुलाएगी। घोटाले की जांच पर मैंने आशीष खेतान और विभव कुमार के हस्तक्षेप के बारे में एसीबी को बताया है।
कपिल मिश्रा ने कहा कि सरकारी पैसे का नुकसान किया गया है। शीला दीक्षित को बचाने की कोशिश की गई है। 2 करोड़ रुपए की घूस की शिकायत सीबीआई को दूंगा। कपिल मिश्रा ने कहा कि अब वो शिकायतकर्ता के साथ साथ सरकारी गवाह भी बन गए हैं। कपिल के बताया कि सब दस्तावेज केजरीवाल को भी सौंपे थे लेकिन उन्होंने कार्यवाही करने के बजाय मुझे ही बर्खास्त कर दिया।
दिलीप पाण्डेय की कपिल मिश्रा पर प्रतिक्रिया-
ट़वीटर पर दिलीप पाण्डेय ने कहा कि कपिल मिश्रा का भाजपा की गोद में खेलना निराशाजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। कपिल मिश्रा के हाथों एक तरह से आप का उत्पीड़न का खेल चल रहा है।
जेडीयू नेता के सी त्यागी पहुंचे केजरीवाल के घर
वहां केजरीवाल से मिलकर त्यागी ने कहा कि भाजपा सभी गैर भाजपा शासित राज्यों की सरकार चाहे वो दिल्ली की हो, बंगाल की हो बिहार की हो, उसे अस्थिर करना चाहती है। हम सभी को एकजुट रहने के लिए आगाह करने आये हैं।