महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के निलंबित नेता प्रज्वल रेवन्ना के वकील ने शुक्रवार को कहा कि सांसद प्रज्वल उनके खिलाफ जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) का पूरा सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने इस मामले में ‘मीडिया ट्रायल’ नहीं किए जाने का अनुरोध किया है।
अधिवक्ता अरुण जी. ने कहा कि प्रज्वल को हासन जिले के होलेनरसीपुरा में उनके खिलाफ दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और यह देखने के लिए इंतजार करना होगा कि अदालत के समक्ष लंबित उनकी जमानत याचिका पर क्या फैसला होता है।
प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी से यहां पहुंचने के तुरंत बाद एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की।
एसआईटी के सूत्रों ने बताया कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना (33) के म्यूनिख से बेंगलुरु लौटते ही उन्हें पूछताछ के लिए सीआईडी (अपराध जांच विभाग) के कार्यालय ले जाया गया। एसआईटी प्रज्वल की ‘पोटेंसी’ (पुंसत्व) जांच कराने पर भी विचार कर रही है।
म्यूनिख से बेंगलुरु पहुंचने से पहले हासन के सांसद ने गिरफ्तारी से बचने का अंतिम प्रयास करते हुए जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
प्रज्वल के खिलाफ यौन शोषण के तीन मामले दर्ज हैं, जबकि उनकी मां ने कथित अपहरण के मामले में अग्रिम जमानत का अनुरोध किया है। हालांकि भवानी प्रज्वल से जुड़े मामले में आरोपी नहीं हैं लेकिन एसआईटी उनकी कथित भूमिका की जांच करना चाहती है।
इसी मामले में भवानी के पति और होलेनरसीपुरा के विधायक एच डी रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। उन पर अपने घर की उस रसोइया का यौन उत्पीड़न करने का भी आरोप है, जिसका यौन शोषण करने का आरोप उनके बेटे पर भी है। एच डी रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पुत्र हैं।
जनता दल (सेक्युलर) के संरक्षक एच. डी. देवेगौड़ा के पोते और हासन लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार प्रज्वल (33) पर महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप है। उनके खिलाफ अभी तक यौन उत्पीड़न के तीन मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
प्रज्वल लोकसभा चुनाव के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को जर्मनी चले गए थे। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से किए गए एसआईटी के अनुरोध के बाद इंटरपोल ने प्रज्वल के खिलाफ एक ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया था।