देश में पद्मावत फिल्म के बढ़ते विरोध को रोकने में नाकाम केंद्र और राज्य सरकारों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधा है। उनका कहना है कि अगर सरकार किसी फिल्म का प्रसारण भी सुरक्षित तरह से नहीं करा सकती तो फिर निवेशकों को कैसे बढ़ावा मिलेगा?
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि सुप्रीम कोर्ट, केंद्र और राज्य सरकारें जब किसी फिल्म का प्रसारण सुरक्षित तरह से नहीं करा सकती तब कैसे निवेश को बढ़ावा देने की उम्मीद की जा सकती है। विदेश निवेश तो दूर इस तरह तो स्थानीय निवेशक भी हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे। गिरती अर्थव्यवस्ता के लिए यह सही नहीं कहा जा सकता है और रोजगार के मामले में यह खराब हालात पैदा करना वाला है। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का प्रसारण 25 जनवरी से होना है लेकिन कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद देश के विभिन्न इलाकों में विरोध तेज हो रहा है। खासकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और राजस्थान में आगजनी तथा हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। फिल्म को कई कानूनी अड़चनों का सामना करना पड़ा। खासतौर पर करणी सेना का विरोध झेलना पड़ रहा है। उनका आरोप है कि फिल्म में राजपूत महारानी पद्मावती के लिए गलत तथ्य पेश किए गए हैं।