केजरीवाल ने फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में एमानुएल मैक्रों को जीत पर ट्विटर के जरिये बधाई दी मगर मिश्रा के आरोपों पर चुप्पी साधे रखी। यही नहीं आज जब पत्रकारों ने इससे जुड़े सवाल उनके सामने रखे तो केजरीवाल बिना जवाब दिए आगे बढ़ गए। उनकी पार्टी भी इस मुद्दे को यह कहते हुए खारिज कर चुकी है मिश्रा के आरोप जवाब देने लायक नहीं हैं।
दूसरी ओर कपिल मिश्रा भी आज अपने आरोपों के पक्ष में और जानकारी देने एसीबी के दफ्तर पहुंचे हैं। उन्होंने रविवार को यह आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी कि केजरीवाल ने उनके सामने सत्येंद्र जैन से दो करोड़ रुपये नकद लिए थे और उनके पूछने के बावजूद यह नहीं बताया कि इतना पैसा कैश में क्यों लिया जा रहा है। मिश्रा ने यह आरोप भी लगाया कि सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल के किसी करीबी रिश्तेदार के लिए 50 करोड़ रुपये का लैंड डील कराया था। कपिल मिश्रा का आरोप है कि यह जानकारी भी खुद जैन ने उन्हें दी थी। मिश्रा अपने इन सारे आरोपों को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के सामने रख चुके हैं और आज एक बड़े लिफाफे के साथ एसीबी कार्यालय पहुंचे। मिश्रा के आरोपों पर कदम उठाते हुए बैजल ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। इससे केजरीवाल की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
आम आदमी पार्टी में कपिल मिश्रा को कुमार विश्वास खेमे का माना जाता है और शनिवार को ही केजरीवाल ने उन्हें जल संसाधन, पर्यटन, संस्कृति मंत्री के पद से हटा दिया था। तब कहा गया था कि दिल्ली में जलापूर्ति से जुड़ी शिकायतों के बढ़ने के कारण उन्हें हटाया गया है। वैसे खुद मिश्रा का आरोप है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज उठाने के कारण उन्हें हटाया गया।