राजद पार्षद भोला यादव ने कहा कि लालू जी के निर्देश पर मैंने खुद टेलीफोन करके भाजपा नेताओं सुशील मोदी, नित्यानंद राय, नंदकिशोर यादव और हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी को न्योता भेजा था। उन लोगों ने आमंत्रण को स्वीकारते हुए भोज में शामिल होने की बात कही थी।
भाजपा नेताओं को मकर आमंत्रण के पीछे की वजह यह है कि जनता दल यूनाइटेड की तरफ से भी 15 जनवरी को चूड़ा दही के भोज का आयोजन किया गया है जिसमें भाजपा के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया। सूत्रों के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भाजपा नेताओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हरी झंडी मिलने के बाद ही आमंत्रित किया है।
हाल ही में प्रकाश पर्व के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच में जुगलबंदी देखने को मिली थी उसी का परिणाम यह है कि जनता दल यूनाइटेड की तरफ से 2013 में भाजपा-जदयू गठबंधन टूटने के बाद भाजपा नेताओं को पहली बार आमंत्रित किया गया है। नीतीश के भाजपा नेताओं को आमंत्रित करने के कारण लालू नें भी भाजपा नेताओं को न्योता भेजा।
वहीं दूसरी ओर भाजपा नेताओं की मानें तो जिस अंदाज में लालू के यहां से उन लोगों को दही चूड़ा के भोज में शामिल होने का न्योता मिला था वह उन्हें नागवार गुजरा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा, लालू जी के यहां से हम लोगों को भोज का आमंत्रण आया था। भोला यादव ने फोन किया था मगर जयपुर में होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हम लोग काफी व्यस्त हैं और भोज में शामिल नहीं हो पाएंगे।
मकर सक्रांति का पहला भोज राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के आवास पर संपन्न हुआ। जहां महागठबंधन के नेता सारे मौजूद थे। लालू प्रसाद यादव के आवास पर दही चूड़ा के भोज मे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहुंचते ही लालू यादव ने उनका स्वागत दही का टीका लगाकर किया। तो रावड़ी देवी ने अपने हाथों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खाना परोसा और दही चूड़ा तिलकुट खिलाया।