आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आज विधानसभा में कहा कि तेलुगु देशम पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ लिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के हित के लिए लिया गया है। नायडू ने कहा कि मैंने चार साल में कई प्रयास किए, 29 बार दिल्ली गया और कई बार बात की पर मेरी बात नहीं सुनी गई। उन्होंने कहा कि इस साल पेश किया गया केंद्रीय बजट इस सरकार का आखिरी बजट था लेकिन इसमें आंध्र प्रदेश के बारे में कुछ नहीं कहा गया। बाद में हमने कैबिनेट से अपने मंत्री हटा लिए।
We've quit NDA. I took the decision, not for selfish reasons,but for interests of AP. For 4-years I made all efforts, went to Delhi 29 times,asked many times. This was centre's last budget & there was no mention of AP,we had to pull our ministers out of cabinet: AP CM in assembly pic.twitter.com/zRtLdV5CgF
— ANI (@ANI) March 16, 2018
नायडू ने कहा कि राज्य के बंटवारे के समय किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए। अगर विशेष दर्जे के बारे में तत्कालीन लोकसभा के अधिनियम में चर्चा कर ली जाती तो यह स्थिति उत्पन्न ही नहीं होती। उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली के उस बयान को लापरवाही से भरा बताया जिसमें कहा गया था कि भावानओं की वजह से धन नहीं बढ़ाया जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना का गठन भावनाओं के आधार पर किया गया था। भावनाएं काफी मजबूत होती हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी आप अन्याय कर रहे हैं।
Bifurcation promises are not yet fulfilled. Had special status been included in the Act in then Lok Sabha then, this situation would have not arisen: Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu in state assembly pic.twitter.com/ITMyrRushW
— ANI (@ANI) March 16, 2018
नायडू ने कहा कि तेदेपा पहले भी कई संकटों से उबर चुकी है। इस बार भी हम स्थिति से पार पा लेंगे। मैंने केंद्र को कई पत्र लिखे पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि हाल ही में मैंने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा पर यह भी बेअसर रहा।