बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बस कुछ दिन बचे हैं। ऐसे में टिकट बंटवारे और राजनीतिक गठजोड़ को लेकर सियासी गतिविधियां जोरो पर है। रविवार को लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने ऐलान किया है कि वो आगामी बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल खालिक ने कहा कि वैचारिक मतभेदों के कारण हम जेडीयू के साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे। ये बात पहले से माना जा रहा था कि एलजेपी गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी। बिहार में इस वक्त एनडीए की सरकार है। जिसमें, जेडीयू का सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी और एलजेपी है। सीट बंटवारे को लेकर कई दिनों से बगावत के सुर गूंज रहे थे।
पार्टी ने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर और लोकसभा चुनावों में, लोक जनशक्ति पार्टी और भाजपा का मजबूत गठबंधन है। राज्य स्तर पर और विधानसभा चुनाव में गठबंधन में मौजूद जनता दल (यूनाइटेड) से वैचारिक मतभेदों के कारण बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी ने गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। साथ ही पार्टी ने उम्मीद जताई है कि बीजेपी के साथ मिल कर वो राज्य में सरकार बनाएगी। एलजेपी ने कहा, चुनाव परिणामों के बाद लोक जनशक्ति पार्टी के तमाम जीते हुए विधायक प्रधानमंत्री मोदी के विकास मार्ग के साथ रहकर भाजपा-लोजपा सरकार बनाएंगे।
ये फैसला दिल्ली में एलजेपी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया है। बैठक के बाद पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने विक्ट्री साइन दिखाया।
बीजेपी पहले ही इस बात का ऐलान कर चुकी है कि बिहार में वो नीतीश कुमार की अगुवाई में चुनाव लड़ेगी। इस बात की भी खबर है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर भी बात बन गई है।
बिहार में होने वाले कुल 243 सीटों पर चुनाव तीन चरणों में होगा। पहला चरण 28 अक्टूबर को होगा। जबकि दूसरा 3 नवंबर और तीसरा 7 नवंबर को होगा। 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।