संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर अपना समर्थन दिया है। इस मुद्दे पर ममता बनर्जी ने लगातार मोर्चा खोल रखा है।
शरद पवार ने पत्र में लिखा है कि वे इस मुद्दे पर ममता बनर्जी से पूरी तरह सहमत है और नागरिकता कानून तथा राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लागू करने का विरोध करने वाले सभी नेताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने की शपथ लेते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार संविधान के साथ खिलवाड़ कर रही है। मुझे खुशी है कि मैं उस योजना का हिस्सा हूं जो संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है, हम सब तैयार हैं।
समर्थन के लिए लिखा था पत्र
ममता बनर्जी सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने 23 दिसंबर को शरद पवार को पत्र लिखकर उनसे सीएए और एनआरसी के विरोध में अपना समर्थन देने की अपील की थी। उन्होंने लिखा था कि संविधान बचाने की इस लड़ाई में वे उनका साथ चाहती हैं। ममता बनर्जी का कहना है कि वो किसी भी सूरत में इस कानून को अपने राज्य में लागू नहीं करने देगी।
संसद में किया था विरोध
संसद में नागरिकता कानून पर बहस के दौरान तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, डीएमके तथा कुछ अन्य विपक्षी दलों ने बिल के विरोध में वोटिंग की थी जबकि शिवसेना ने लोकसभा में पक्ष में वोटिंग की थी और राज्यसभा में वोटिंग में भाग नहीं लिया था। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना सरकार चला रही है।