पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोरक्षा के नाम पर देश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर केंद्र सरकार और भाजपा की आलोचना की है। उन्होंने सोमवार को कहा कि देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं लेकिन निंदा करने से काम नहीं चलेगा। ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार ममता ने कहा कि वे अपने नेताओं को नियंत्रित नहीं कर रहे हैं। ऊपर से लेकर निचले स्तर तक के नेता घृणा का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे रोका जाना चाहिए।
ममता बनर्जी ने कहा कि ये लोग गाय को लोग गौमाता कहते हैं लेकिन वे इसके नाम पर लिंचिंग करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ अतिवादी समूहों और नफरत फैलाने वाले लोगों के प्रचार की वजह से लोग लिंचिंग और हिंदू तालिबान के नाम पर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। तृणमूल प्रमुख ने कहा कि ऐसे लोगों ने कानून अपने हाथ में ले लिया है और जनता को मार रहे हैं। ममता ने कहा कि वह सभी धर्म और जाति के लोगों कि इज्जत करती हैं। उऩ्होंने कहा कि भाजपा वाले एक पंडाल नहीं बना सकते हैं वे देश क्या चलाएंगे।
ममता का बयान राजस्थान के अलवर में हुई घटना के बाद आया है। यहां लोगों ने रकबर खान (अकबर खान) नाम के शख्स की गोहत्या के शक में काफी पिटाई की थी। बाद में इसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मॉब लिंचिंग को लेकर फिर से तनाव व्याप्त हो गया है।