पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी ने कहा, 'मेरे पास किसी ने मेसेज भेजा था कि नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर ने किसी को लिखा था कि यदि उनकी ओर से रिकाउंटिंग का आदेश दिया गया तो जान को खतरा हो सकता है। 4 घंटों तक के लिए सर्वर डाउन हो गया था। यहां तक कि गवर्नर ने भी मुझे बधाई दी थी। इसके बाद अचानक ही हर चीज बदल गई।'
ममता बनर्जी ने कहा कि औपचारिक घोषणा के बाद निर्वाचन आयोग ने नंदीग्राम में नतीजों को कैसे पलट दिया। इसको लेकर हम अदालत भी जाएंगे। उन्होंने कहा, 'सर्वर 4 घंटे तक डाउन क्यों था? हम जनादेश स्वीकार करना चाहते थे, लेकिन अगर एक स्थान के परिणाम में गड़बड़ी है तो जो प्रतीत होता है उससे परे कुछ है। हमें सच्चाई का पता लगाना है।'
ममता बनर्जी ने टीएमसी के कार्यकर्ताओं से हिंसा न करने की अपील करते हुए कहा है कि केंद्रीय बलों और बीजेपी ने उनका उत्पीड़न किया है। ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं सभी से अपील करना चाहती हूं कि शांति बनाए रखें और हिंसा में शामिल न हों। हम जानते हैं कि बीजेपी और केंद्रीय बलों ने हमारा बहुत उत्पीड़न किया है। लेकिन हमें शांति बनाए रखना है। फिलहाल हमें कोरोना वायरस से लड़ना है।'
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने चुनाव जीतने के अगले ही दिन राज्य के सभी पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करने का ऐलान किया है ताकि उन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जा सके।
चुनाव आयोग पर प्रहार करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर निर्वाचन आयोग ने सहयोग नहीं किया होता तो बीजेपी 50 का आंकड़ा पार नहीं कर पाती। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर मांग की कि देश के हर नागरिक को निशुल्क टीका दिया जाना चाहिए।, ममता बनर्जी ने कहा कि यह पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री ने बधाई के लिए फोन नहीं किया है।