बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार गन्ना किसानों के भुगतान का गलत दावा न करे। उन्होंने सवाल किया कि आखिर किसानों के बढ़ते बकाया को दिलवाने के लिए सरकार गन्ना मिल मालिकों के खिलाफ सख्त कदम क्यों नहीं उठा सकती।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘यूपी के गन्ना किसान खुशहाल और समृद्ध कैसे हो सकते हैं, जब उनका दस हजार करोड़ रुपये बकाया है। यह सोचने वाली बात है। किसान विरोधी और पूंजीवादी भाजपा सरकार को गलत दावे नहीं करने चाहिए।‘
सरकार को नहीं गरीबों की परवाहः प्रियंका गांधी
इससे पहले रविवार को प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसानों के बकाये को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया, 'गन्ना किसानों के परिवार दिन-रात मेहनत करते हैं। मगर उत्तर प्रदेश सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। किसानों का 10 हजार करोड़ रुपये बकाया है। इसका मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सब कुछ ठप्प हो जाता है। यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं।'
योगी ने दिया जवाब
योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों के भुगतान का सवाल उठाने वाली प्रियंका गांधी को बिना नाम लिए जवाब देते हुए ट्वीट किया कि किसानों के ये 'तथाकथित' हितैषी तब कहां थे जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था। इनकी नींद अब क्यों खुली है? योगी ने बताया कि प्रदेश का गन्ना क्षेत्रफल अब 22 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हुआ है और बंद पड़ी कई चीनी मिलों को भी प्रदेश में दोबारा शुरू किया गया है, किसान अब खुशहाल हैं।
आमचुनाव में विपक्ष भाजपा को नौकरियां और किसानों के मुद्दे पर घेर रहा है। सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने ट्वीट में शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्या पर ट्वीट किया।