मायावती ने कहा है कि भाजपा को अगर दलितों की जरा भी फिक्र होती तो वह केंद्र के विभिन्न मंत्रालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इन वर्गों के लिए आरक्षित हजारों पद भरने की पहल करती। उन्होंने कहा कि मांझी का समर्थन सिर्फ सियासी तिकड़म हैं जो भाजपा नीतीश को दोबारा मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए कर रही है।
मायावती ने कहा है केंद्र सरकार के हथकंडों से पूरे देश में माहौल खराब हो रहा है और बिहार में जो भी हुआ है उसके लिए भाजपा और मोदी सरकार ही जिम्मेदार है। मायावती ने कहा कि भाजपा ने पूरा प्रयास कि बिहार में नीतीश कुमार दोबारा मुख्यमंत्री न बन सकें। मांझी का समर्थन कर महादलित वोट हासिल करने से कहीं अधिक भाजपा का जोर इसी बात पर था। इसी वजह से बिहार को राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
बसपा अध्यक्ष ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए राजभवन का भी लगातार गलत इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में अस्थिरता के माहौल का गलत प्रभाव ना सिर्फ बिहार के सामाजिक और राजनीतिक हालात पर पड़ रहा है बल्कि देश में भी गलत संदेश जा रहा है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के साथ-साथ विधायकों की खरीद-फरोख्त का जो खतरनाक खेल लगातार खेला गया, उसके लिए भाजपा के साथ-साथ मोदी सरकार भी कुसूरवार है। उन्होंने कहा बसपा की मांग है कि नीतीश कुमार विरोधी रवैया अपना कर बिहार में घृणित राजनीति करने से भाजपा तथा मोदी सरकार को बचना चाहिये। यही देशहित में है।