रिपोर्ट का कहना है कि यह मामला अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच के घेरे में है। आईटी डिपार्टमेंट आनंद कुमार की 1300 करोड़ रुपये की संपत्ति की जांच कर रहा है। रिपोर्ट में इस मामले को नए साल का सबसे बड़ा पॉलिटिकल स्कैंडल बताते हुए कहा गया कि आनंद कुमार कम से कम 12 बड़ी कंपनियों के मालिक हैं। कुमार की 1316 करोड़ की जो संपत्ति जांच के दायरे में है, उसमें 440 करोड़ रुपये कैश जबकि 870 करोड़ रुपये जमीन सहित अचल संपत्ति के रूप में हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि जांच से इस बात का खुलासा हुआ है कि मायावती के भाई द्वारा फर्जी कंपनियां चलाई जाती थीं। ऐसी ही एक कंपनी का नाम दीया रिअल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड है जिसने सात साल के भीतर 45257 प्रतिशत का मुनाफा कमाया है।
मायावती के भाई के खिलाफ यह खुलासा तब हुआ है जब इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मायावती के भाई के अकाउंट में 1.43 करोड़ और बीएसपी से जुड़े एक खाते में 104 करोड़ रुपये जमा होने का पता लगाया था। रिपोर्टों के मुताबिक, ये पैसे 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद खातों में जमा किए गए। इस बात का भी शक जताया गया है कि बीएसपी और मायावती के भाई के खातों में हवाला लेनदेन के जरिए पैसा पहुंचा।