जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती को 13 अक्टूबर को नजरबंदी से रिहा किया गया था। 15 अक्टूबर को होने वाली गुपकर की बैठक में वो भाग लेंगी।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मुफ्ती की रिहाई के तुरंत बाद बुधवार को उनके आवास पर मुलाकात की।
उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट में कहा, "मेरे पिता और मैंने आज दोपहर में महबूबा मुफ्ती फोन कर उनसे हाल समाचार लिया। गुपकर घोषणा पत्र की बैठक में हिस्सा लेने के लिए फारूक अब्दुल्ला के निमंत्रण को उन्होंने स्वीकार कर लिया है।"
My father & I called on @MehboobaMufti Sahiba this afternoon to enquire about her well-being after her release from detention. She has kindly accepted Farooq Sb’s invitation to join a meeting of the Gupkar Declaration signatories tomorrow afternoon. pic.twitter.com/MR9IQPFW2T
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 14, 2020
उमर अब्दुल्ला के ट्वीट के बाद महबूबा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "आप और फारूक साहब का घर आना अच्छा लगा। मुझे सुनने की हिम्मत मिली है। यकीन है कि हम सभी बेहतरी के लिए चीजों को बदल सकते हैं।"
It was nice of you & Farooq sahab to come home. It gave me courage listening to him. Im sure together we all can change things for the better. https://t.co/48yc39Wjhb
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 14, 2020
पिछली बार अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से एक दिन पहले 4 अगस्त 2019 को तीनों नेता मिले थे और गुपकर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। घोषणा में कहा गया है कि सभी प्रमुख दल सभी हमलों और हमले के खिलाफ जम्मू-कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और विशेष स्थिति की रक्षा और बचाव के अपने संकल्प में एकजुट होंगे।