उदयवीर सिंह ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखकर अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की थी। उदयवीर ने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया था कि अखिलेश यादव की सौतेली मां के ऊपर भी आरोप लगाया था। उदयवीर के पत्र को लेकर विधायक आशू मलिक ने चापलूसी का आरोप लगाया था। उदयवीर ने अपने पत्र में निष्कासित विधायकों को भी वापस लेने की मांग की थी।
पार्टी से निकाले जाने के बाद उदयवीर ने कहा कि समाजवादी पार्टी में सबको अपनी बात रखने का हक है और मैने भी अपनी बात रखी। मैंने जो लिखा वह पार्टी के हित के लिखा। उदयवीर ने कहा कि पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं और जो भी फैसला है उसे मानूंगा।