उन्होंने यह टिप्पणी जंतर-मंतर पर की जहां तमिलनाडु के किसान लगातार 18 दिनों से प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। राहुल इन किसानों से मिलने गए थे। राहुल ने मोदी सरकार को गरीब विरोधी और किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री केवल उद्योगपतियों के चुनिंदा समूह की मांगों की परवाह करते हैं।
उन्होंने कहा कि किसान यहां लंबे समय से बैठे हैं। किंतु न तो सरकार और न ही प्रधानमंत्री उनकी सुन रहे हैं। तमिलनाडु के लोगों एवं किसानों की बात सुननी चाहिए। प्रधानमंत्री उनके साथ बात की पहल नहीं कर उनका असम्मान कर रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पिछले तीन साल में 50 उद्योगपतियों के 1.4 लाख करोड़ रुपये के कर्ज को माफ किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा किसानों के साथ क्यों नहीं किया जा रहा है। कर्जा माफ क्यों नहीं किया जा रहा है। ऐसा करना प्रधानमंत्री का दायित्व है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रदर्शन पर बैठे किसानों के साथ 15 मिनट तक बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनके लिए लड़ाई लड़ेगी। (एजेंसी)