बढ़ती महंगाई के खिलाफ विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस सरीखे अन्य दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार से महंगाई कम करने और पेट्रोल-डीजल-एलपीजी गैस की बेतहाशा बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने, दामों को कम करने की मांग कर रही है।
अब बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता, महागठबंधन के अगुवा तेजस्वी यादव ने भी बढ़ती महंगाई के खिलाफ हल्लाबोल दिया है। बुधवार को उन्होंने कहा है, "बिहार सरकार कहती थी कि अच्छे दिन आएंगे 27 ज़िलों में तेल के दाम 100 रुपए के पार चले गए हैं। इसे लेकर हम 18 जुलाई को बिहार के सभी प्रखंडों में और 19 तारीख को सभी ज़िला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह सरकार गरीबों की नहीं पूंजीपतियों की सरकार है।"
राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है, "केंद्र और राज्य सरकार मिलकर गरीबों का खून चूसने का काम कर रही हैं। लगातार पेट्रोल, डीज़ल, एलपीजी की कीमतें आसमान छूती जा रही हैं। आने वाली 18 तारीख को बिहार के सभी प्रखंडों में हम इसका विरोध प्रदर्शन करेंगे और 19 तारीख को हर ज़िला मुख्यालय में इसका विरोध करेंगे।"
वहीं, तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर उनके विधायकों को सुरक्षा देने की गारंटी की मांग की है। तेजस्वी ने कहा है, "हमने बिहार विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है, विधायकों में भय का वातावरण है। जनता का सवाल उठाने गए और वहां लात-घूंसे, डंडे पड़ रहे हैं। इस बारे में आपने जांच की होगी, उसका क्या नतीजा है। क्या विधानसभा में विधायकों की सुरक्षा की गारंटी होनी चाहिए या नहीं?"
गौरतलब है कि मार्च में नीतीश सरकार विधानसभा में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021लेकर आई थी, जिसके खिलाफ तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली महागठबंधन के खिलाफ विरोध कर रहे थे। इस दौरान विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। स्थिति लात-जूते तक आ गई। कथित तौर पर राजद विधायकों और महिला विधायकों ने एनडीए नेताओं और बिहार पुलिस पर प्रताड़ित करने, मारपीट, लाठी-डंडे से हमले करने के आरोप लगाएं। इसके वीडियो पर सामने आए थे। राजद के कई नेता इसमें घायल हो गए थे। यहां तक की महिला विधायकों के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार की वारदात कैमरे में कैद हुई थी।