यूपी सरकार के मंत्रियों पर बरसते हुए सपा मुखिया ने कहा, ‘जहां तक मुझे लोगों से जानकारी मिली है, बड़ी संख्या में मंत्रिायों को 2017 के विधानसभा चुनाव में हार का स्वाद चखना पड़ेगा। आप (मंत्री) लोग वातानुकूलित कमरों से बाहर निकलिए और लोगों तक सरकार के कार्यों को पहुंचाइए। प्रदेश में अगले महीने होने वाले पंचायत चुनावों के बारे में यादव ने कहा इन चुनावों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए लेकिन मुझे तो कोई तैयारी दिख नहीं रही है।’
गत लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के कारणों के बारे में अब तक रिपोर्ट नहीं देने पर पार्टी पदाधिकारियों पर बरसते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि हमने आपसे लोकसभा चुनाव में कड़ी मेहनत करने को कहा था लेकिन आपने हमें कहीं का नहीं छोड़ा। सिर्फ हमारे परिवार के पांच लोग ही लोकसभा पहुंच सके। हमने आपसे इस हार के कारणों का पता लगाने के लिए बैठकें कर रिपोर्ट देने को कहा था लेकिन मुझे वह भी अब तक नहीं मिली। छोटे लोहिया के नाम से मशहूर समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की जयंती के अवसर पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मुलायम ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर आप अपने अंदर नहीं झांकेंगे तो हम आगे कैसे कामयाब होंगे। जब हमने पार्टी बनाई थी तब कड़ी मेहनत के बल पर सिर्फ 11 महीने के अंदर सरकार बनाने में सफल हो गए थे।
गौरतलब है कि मुलायम गाहे-बगाहे उत्तर प्रदेश में अपनी ही सरकार की आलोचना करते रहते हैं। कई बार वह अपने पुत्र और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने भी उनकी सरकार की आलोचना कर चुके हैं। इस वजह से पार्टी और सरकार को मीडिया में फजीहत भी झेलनी पड़ी है।
सपा प्रमुख ने कहा, ‘पंचायत चुनाव सिर पर हैं। उसके लिये पार्टी की क्या तैयारी है। अगले साल विधान परिषद के 36 सदस्यों का चुनाव होना है। मैं नहीं जानता कि उसके लिए क्या तैयारी की जा रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से करवाने के आदेश देते हुए कहा मैं विधानसभा चुनाव का टिकट चाहने वाले लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर वे अपने क्षेत्र में सपा प्रत्याशियों को जीत नहीं दिला सके तो पार्टी उनकी उम्मीदवारी पर दोबारा विचार करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों के बल पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बंगाल पर 34 साल तक राज किया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पंचायत चुनावों की तैयारी जल्द से जल्द शुरू करनी चाहिए। यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देने की प्रक्रिया की समीक्षा पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव कर रहे हैं।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को हिदायत दी कि वे अराजक व्यवहार से बाज आएं और जिलों में प्रशासन के अधिकारियों पर दबाव ना डालें। पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और भाजपा पर हमला करते हुए कहा चाहे लालू हों, मुलायम हों, जयललिता हों या फिर कोई और, कांग्रेस ने अनेक लोगों पर इल्जाम लगाए। अब भाजपा भी उसी रास्ते पर चल रही है। लोकसभा में सपा का संख्याबल सीमित होने पर रंज का इजहार करते हुए यादव ने कहा मैं ज्यादा ताकत के साथ लोकसभा में जाना चाहता था लेकिन अब लोग बातें बनाते हैं कि लोकसभा में हम सिर्फ पांच ही हैं। मैं खुद, मुख्यमंत्री की पत्नी, दो भतीजे और एक पौत्र।