बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) नेता नीतीश कुमार कभी भी अपना रास्ता बदल सकते हैं और इस पर कोई आश्चर्य भी नहीं होना चाहिए। एएनआई के मुताबिक यह बयान आज (सोमवार को) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उपाध्यक्ष और बिहार के चर्चित नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने दिया है।
उन्होंने एजेंसी से कहा, " आप नीतीश जी को जानते हैं, वे किसी भी समय अपना विचार बदल सकते हैँ और कोई भी यह अनुमान नहीं जान सकता कि वे कब, क्या करने वाले हैं।" और फिर आगे जोड़ा कि (उनके साथ) यह पहली बार नहीं हो रहा है, इसलिए इस बात से किसी को अचरज नहीं होना चाहिए।
गौरतलब यह है राजद नेता का यह बयान तब आया है, जब जदयू और बिहार सरकार में उनकी पार्टनर पार्टी भाजपा के बीच केंद्र सरकार में जदयू खाते के मंत्रियों की संखया को लेकर विरोध और मनमुटाव चल रहा है। की खबरें
नीतीश ने हाल ही में 30 मई को राज्य मंहत्रिमंडल का विस्तार किया है। यह विस्तार उन्होंने यह निर्णय लेने के बाद किया कि उनका जदयू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट का हिस्सा नहीं होगा। बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल में उनके दल के केवल एक सदस्य को जगह दी जा रही थी नीतीश को मंजूर नहीं था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रविवार को अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार करने के कुछ ही घंटों बाद, भाजपा और जदयू नेताओं ने एक-दूसरे की मेजबानी वाली 'इफ्तार' पार्टी को छोड़ दिया था।
हालांकि, दोनों सहयोगियों के बीच बढ़ती दरार की बात से इनकारते हुए, कुमार ने रविवार को कहा था कि "जेडीयू और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक है।
जब राजद नेता से आगे पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि" मेरा उन दोनों से झगड़ा है। इसलिए मुझे परवाह नहीं है कि वे साथ हैं या नहीं, मैं उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।' रघुवंश ने अपनी इच्छा स्पष्ट करते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि भाजपा से लड़ने के लिए सभी क्षेत्रीय दल साथ आएं।
उन्होंने कहा," मैं चाहता हूं जीतनराम मांझी, नीतीश और बाकी सभी नेता मिलकर एक पार्टी बना लें। मेरा विश्वास इसमें हैं कि
सबको एक साथा मिलकर, भाजपा के खिलाफ खड़ा होना चाहिए, लेकिन जब लोग इधर-उधर भाग रहे हैं, तो मैं क्या कर सकते हैं। उन्होंने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि अगर बीजेपी को नीतीश से अलग होना है, "कुमार सहित सभी गैर-भाजपा दलों को एक साथ आना चाहिए और एक गठबंधन बनाना चाहिए। हम इस तरह के फैसले का स्वागत करते हैं।"