केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में जेडीयू के शामिल होने की नीतीश कुमार ने संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह इसके बारे में सब तय कर रहे हैं। फॉर्मूला क्या होगा इस पर उन्होंने कहा कि जो मोदी चाहेंगे, वहीं होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेडीयू ने कहा कि बिहार में बीजेपी के 17 सांसद हैं और केंद्र में पांच मंत्री लेकिन जेडीयू के 16 सांसद हैं और एक भी मंत्री नहीं है। ऐसे में जेडीयू ने चार मंत्री पद मांगे हैं। इनमें दो कैबिनेट और दो राज्य मंत्री की बात कही गई है।
कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार परसों हो सकता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल समेत 17 से 22 मंत्री मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। सोनेवाल और दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में चुनाव वाले राज्यों पर फोकस किया जाएगा। कैबिनेट विस्तार के बाद मोदी सरकार के उन मंत्रियों को राहत मिलेगी जिनके पास अतिरिक्त प्रभार है। माना जारहा है कि निर्मला सीतारामन, पीयूष गोयल, डॉक्टर हर्षवर्धन समेत ऐसे 10 मंत्री हैं जिनका बोझ हल्का हो सकता है। इन मंत्रियों पर कई कई प्रभार हैं।