बिहार में नीतीश की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार बनने के बाद भी अटकलों का बाजार गर्म है। अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में जाने की अटकलों के बीच पार्टी का सियासी पारा तेज हो गया है। दरअसल, हाल हीं संपन्न हुए राज्य विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों का वोट जेडीयू के खाते के दूर रह गया है। इसी को देखते हुए नीतीश स्वच्छ छवि के मुस्लिम चेहरे की तलाश में हैं।
अब तक सात बार विधायक रहे अब्दुल सिद्दीकी पर किसी भी तरह का कोई आरोप नहीं है। यही वजह है कि मुस्लिम वोटरों में पैठ जमाने के लिए नीतीश उन पर नजर डाल रहे हैं। लेकिन, सीएम नीतीश की इस कोशिश से पार्टी के बीच गहमागहमी के संकेत हैं।
दरअसल, पार्टी के भीतर भी कई मुस्लिम चेहरे हैं। और जेडीयू के मुस्लिम नेता बाहरी चेहरे को पार्टी में एंट्री करने की बजाय पहले से मौजूद चेहरे को आगे करने के पक्ष में हैं। इन सबसे इतर सिद्दीकी भी राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व से नाराज हैं।
इस बार के चुनावों में राजद ने सिद्दीकी की सीट बदलकर केवटी कर दी थी। जहां से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, हाल के दिनों में मुस्लिम मतदाताओं में उनके समर्थकों की संख्या बढ़ी है।