यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, फिलहाल की स्थिति के अनुसार हफ्ते भर पहले पार्टी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि प्रशांत भूषणजी, मुझे, आनंद कुमार और अजीत झा को पार्टी की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। अभी तक मुझे कोई पत्र नहीं मिला है।
उन्होंने बेंगलूरु में आयोजित स्वराज संवाद कार्यक्रम से इतर कहा, कोई आदेश नहीं है। एक अनुशासन समिति होने का दावा किया गया था जिसे हमारे मामलों की जांच करनी थी, उन्होंने कोई आदेश नहीं दिया है, उन्होंने कोई कारण नहीं बताया है। यादव ने कहा, मुझे मीडिया से पता चला कि मुझे निष्कासित कर दिया गया है। आम आदमी पार्टी ने 20 अप्रैल को असंतुष्ट नेताओं प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजीत झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए तथा अनुशासनहीनता के लिए निष्कासित कर दिया था।
जब यादव से पूछा गया कि क्या वह खुद को अब भी आप का हिस्सा मानते हैं तो उन्होंने कहा, मैं खुद को आंदोलन का हिस्सा मानता हूं। जब मैं पार्टी का पदाधिकारी था, तब भी कहा करता था कि यह कोई पार्टी नहीं है, यह आंदोलन है, एक ऐसा आंदोलन जिसने अस्थाई रूप से एक पार्टी की शक्ल ले ली है। अण्णा हजारे को स्वराज अभियान से जोड़े जाने के प्रयासों की संभावना पर उन्होंने कहा, हमने बार-बार कहा है कि कोई लोकतांत्रिक आंदोलन व्यक्ति केंद्रित नहीं हो सकता। यह बात अण्णा के लिए भी लागू है, अरविंद केजरीवाल के लिए भी और मेरे लिए भी।