केरल में असंतुष्ट विधायक पी वी अनवर ने मंगलवार को कहा कि वह विधानसभा सत्र में भाग नहीं ले रहे हैं क्योंकि अध्यक्ष ने उन्हें जो सीट आवंटित की है वह वहां है जहां विपक्षी सदस्य बैठते हैं।
अनवर के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने, वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की सरकार और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ उनके आरोपों के बाद सभी संबंध तोड़ लिए हैं।
अनवर ने कहा कि माकपा ने विधानसभा को सूचित किया कि वह अब उनके संसदीय दल का हिस्सा नहीं हैं, जिसके बाद अध्यक्ष ए एन शमशीर ने उनकी सीट विपक्ष के साथ आवंटित की है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मेरा विपक्ष के साथ बैठने का कोई इरादा नहीं है, इसीलिए मैं आज सदन में उपस्थित नहीं हुआ। मैंने अध्यक्ष को एक पत्र दिया है जिसमें अनुरोध किया गया है कि मुझे विपक्ष से अलग एक स्वतंत्र सदस्य के रूप में एक अलग ब्लॉक या सीट आवंटित की जाए।"
अनवर ने कहा कि वह बुधवार तक अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा, "अगर मुझे कल (नौ अक्टूबर) तक जवाब नहीं मिलता है तो मैं विधानसभा सत्र में भाग लूंगा, लेकिन विपक्ष के साथ नहीं बैठूंगा। मैं सदन में जमीन पर बैठूंगा जो कोई बुरी जगह नहीं है।" उन्होंने सदन में एक दिन पहले हुई तीखी नोकझोंक का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा कि विधानसभा में केवल झगड़े हो रहे हैं, चर्चा नहीं।
अनवर ने मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एम आर अजित कुमार के खिलाफ विभिन्न मामलों में आरोप लगाए, जिसके कारण सत्तारूढ़ माकपा ने उनसे नाता तोड़ लिया।