जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने शुक्रवार को अपनी मां और राज्य के अन्य राजनीतिक नेताओं की नजरबंदी के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यह मानना गलत है कि हर कश्मीरी पत्थरबाज या आतंकवादी है।
उन्होंने कहा, "हर कश्मीरी पत्थरबाज नहीं है। हम भी अन्य लोगों की तरह आकांक्षाएं रखते हैं।’’इल्तिजा ने इस तरह के दावों का भी खंडन किया कि कश्मीर में इतने साल तक राजनीतिक वंशवाद ने नुकसान पहुंचाया है।उन्होंने कहा, ‘‘सरकार कुछ वंशों द्वारा कश्मीर को बर्बाद करने की बातों को बढ़ावा देती है क्योंकि इससे उसका मकसद हल होता है।’’
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने के बाद से तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित कश्मीर में राजनीतिक नेताओं की नजरबंदी जारी है।
लिंचिग में कितने हुए नजरबंद
इल्तिजा ने कहा, "हम लिंचिंग के बारे में सुनते हैं। मैं जानना चाहती हूं कि लिंचिंग को लेकर कितने लोगों को एहतियातन नजरबंद किया गया है।" उन्होंने कहा कि हरियाणा को ‘रेप कैपिटल’ कहा जाता है। "क्या आप मुझे बताएंगे कि आप सभी हरियाणा के लोगों को घर में नजरबंद करने जा रहे हैं क्योंकि वे संभावित बलात्कारी हो सकते हैं।"
पाबंदियों के 45 दिन आई टिप्पणी
उनकी यह टिप्पणी जम्मू कश्मीर में विभिन्न पाबंदियों के 45 दिन पूरा होने के बाद आई है। केंद्र द्वारा जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में अलग करने के बाद राज्य में प्रतिबंध लगाए गए थे। सरकार का कहना है कि कश्मीर में शांति बनाए रखने और अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबंधों की जरुरत है।