पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बयान में कहा, कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री के रूप में पेश की गईं शीला दीक्षित दिल्ली का रिजेक्टेड माल है। हालांकि बसपा के बागी नेता ने यह बात रविवार को संवाददाताओं से हुई बातचीत में कही थी। लेकिन गुरूवार सुबह से इसकी वीडियों क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिसके बाद से कांग्रेसी उनके खिलाफ मुकदमे की मांग कर रहे हैं। मौर्य ने कहा था कांग्रेस युवकों की बात करती है जबकि उत्तर प्रदेश जैसे बडे राज्य में उन्हें एक भी युवा चेहरा नहीं मिला और उसने मजबूरी में दिल्ली के रिजेक्टेड माल शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में पेश किया। कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शीला दीक्षित के बारे में मौर्य की टिप्पणी को महिला विरोधी करार देते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर इकोना पुलिस थाने पर प्रदर्शन किया।
बसपा छोड चुके मौर्य ने कहा कि शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश करके कांग्रेस ने यह मान लिया है कि उत्तर प्रदेश में उसका कोई जनाधार अब नहीं बचा है। कांग्रेस नेता दिलीप शर्मा ने कहा, मौर्य के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज होना चाहिए और यदि इसमें विलंब हुआ तो हमारा प्रदर्शन और उग्र होगा। शर्मा ने कहा कि उन्होंने शीला दीक्षित के बारे में की गई टिप्पणी के विरोध में पुलिस थाने में लिखित शिकायत दी है, जिसमें महिला विरोधी टिप्पणी करने के आरोप में मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव भगतराम मिश्रा ने कहा कि मौर्य पहली बार ऐसी बात नहीं कर रहे हैं। वे इससे पहले ब्राहम्णों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। मौर्य ने भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की मां और बेटी के बारे में अपशब्द कहने के मामले में किए गए सवाल पर कहा, यदि दयाशंकर की गिरफ्तारी हो सकती है तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गिरफ्तारी भी होनी चाहिए।