हनुमान ध्वज हटाने को लेकर छिड़े विवाद के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से के ‘‘वंशज’’ राज्य में शांति भंग कर रहे हैं।
सोमवार को मांड्या जिले के केरागोडु गांव में 108 फुट ऊंचे ध्वजदंड से फहराए गए भगवा झंडे को हटाने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) (जद-एस) ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया था। सिद्धरमैया ने कहा कि विपक्षी दलों के प्रदर्शन का उद्देश्य राजनीतिक लाभ उठाना था।
उन्होंने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे बीच ऐसे लोग हैं जो गोड्से की पूजा करते हैं, हालांकि वे महात्मा गांधी के बारे में भी बोलते हैं।’’
मांड्या में तनाव के बारे में पूछे जाने पर सिद्धरमैया ने कहा कि शांति भंग करने की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘शांति भंग करने वाले लोग गोड्से के वंशज हैं। लोगों को समाज में शांति के लिए प्यार और विश्वास के साथ रहना चाहिए। किसी को भी सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।’’
सिद्धरमैया ने दोहराया कि केरागोडु पंचायत ने किसी धार्मिक या राजनीतिक झंडे की नहीं बल्कि केवल तिरंगे या कर्नाटक ध्वज को फहराने की अनुमति दी थी।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘वे (केरागोडु में कार्यक्रम के आयोजक जिन्होंने भगवा झंडा फहराया था) कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति के लिए अपने लिखित आवेदन के खिलाफ क्यों गए? यह राजनीतिक लाभ हासिल करने और समाज में अशांति पैदा करने के लिए किया गया था।’’
बाद में अधिकारियों ने ‘‘हनुमान ध्वज’’ की जगह राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया था।