पासवान ने सोमवार को लालू के दावे को गलत और शरारतपूर्ण करतूत बताया। उन्होंने जवाबी ट्वीट कर कहा कि मैं अखबारों के माध्यम से इस बारे में अवगत हुआ, जो पूरी तरह से गलत और शरारतपूर्ण करतूत है। उन्होंने कहा कि वह कभी भी लालू के ट्वीट को नहीं पढ़ते, क्योंकि राजद प्रमुख बयान देने के मामले में गंभीर नहीं रहे हैं।
पासवान ने बिहार का विकास होने की बात को बेमानी करार देते हुए आरोप लगाया कि लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान एक सुुई तक का कारखाना भी नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था बदतर है और जनता असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी पार्टी लोजपा बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती रही है। पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस प्रदेश के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि लोजपा नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है। लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में भाजपा का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है। भाषा एजेंसी