पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को होगा। बंगाल में कड़े सियासी मुकाबले और भाजपा की ओर से जमकर हिंदुत्व कार्ड खेले जाने के बाद ममता बनर्जी अब अपने मुस्लिम वोट बैंक को बचाने के प्रति सतर्क हो गई हैं। तीसरे चरण के मतदान से पहले ममता बनर्जी ने मुस्लिम कार्ड खेल दिया है। उन्होंने कहा कि बंगाल के मुस्लिमों का वोट किसी भी हाल में बंटना नहीं चाहिए। वहीं, दूसरी ओर असदुद्दीन ओवैसी और अब्बास सिद्दीकी टीएमसी के वोट बैंक पर सेंध लगाने के लिए मुस्लिमों को लुभाने में जुटे हुए हैं।
रायदिघी में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी आबादी है और यहां तीसरे चरण में मतदान होना है। बंगाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा की तगड़ी घेरेबंदी से परेशान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा सियासी दांव खेला है। उन्होंने एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी और फुरफुरा शरीफ के इमाम पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के बहाने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हिंदू और मुसलमानों में फूट पैदा करने के लिए भाजपा की ओर से इन दोनों को पैसा दिया गया है।
रायदिघी की रैली में ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी यह संस्कृति रही है कि हिंदू और मुस्लिम एक साथ चाय पीते हैं और एक साथ दुर्गा पूजा और काली पूजा का त्योहार मनाते हैं। बंगाल के गांवों में अशांति पैदा होने पर भाजपा को काफी फायदा होगा और वह सत्ता में आ जाएगी।
फुरफुरा शरीफ के इमाम पीरजादा अब्बास सिद्दीकी का मुस्लिमों में काफी प्रभाव है और वह पूर्व के चुनाव में ममता बनर्जी का समर्थन करते रहे हैं मगर इस बार सियासी स्थितियां बदली हुई हैं। उन्होंने नई पार्टी बनाकर कांग्रेस और वाममोर्चा के साथ गठबंधन कर लिया है तो दूसरी ओर ओवैसी भी चुनाव मैदान में ताल ठोकने में जुटे हुए हैं। इन दोनों की वजह से मुस्लिम मतों के बंटवारे की आशंका पैदा हो गई है जिसे लेकर ममता बनर्जी खासी परेशान हैं। जिसके चलते ममता ने अब्बास सिद्दीकी और ओवैसी पर हमला बोला है। इसे मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी रोकने की ममता बनर्जी की बड़ी कोशिश माना जा रहा है। उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं को सतर्क करते हुए कहा कि उनके लिए वोट देने का मतलब भाजपा को वोट देना होगा।-