मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ दोनों के लापता होने के पोस्टर छिंदवाड़ा में जगह-जगह चस्पा कर दिए गए हैं। इन पोस्टर में दोनों की खबर देने वाले को 21 हजार रुपये का इनाम देने का दावा किया गया है। पिछले दो महीने में दोनों नेताओं के छिंदवाड़ा नहीं पहुंचने से कुछ लोगों ने शरारत किया है। इस घटना को राजनीतिक भी कहा जा रहा है।
छिंदवाड़ा को कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। इस संसदीय क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है | वे यहां से कई बार सांसद रह चुके है। हालांकि वे फिलहाल यहां से विधायक हैं। जबकि उनके बेटे नकुलनाथ ने 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा में गली चौराहों में चस्पा किये गए इन पोस्टर में दोनों की तस्वीर भी दर्ज है। दरअसल मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतरने के बाद और लॉकडाउन जारी होने के बाद कमलनाथ की छिंदवाड़ा से दूरी चर्चा का विषय बन गई थी।
छिंदवाड़ा में चस्पा किये गए पोस्टर में लिखा है, ‘ ऐसे संकट के समय में छिंदवाड़ा की जनता अपने लापता विधायक और सांसद को ढूंढ रही है। जो उन्हें यहां लेकर आएगा उसे 21 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।’ इसके साथ ही पोस्टर पर हिंदी फिल्म के एक गीत की पंक्ति ‘चिट्ठी न कोई संदेश’ भी लिखा है |
उधर इस पोस्टर के सार्वजनिक होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है | भाजपा नेता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कमलनाथ और नकुलनाथ इन दिनों कोरोना वायरस के खतरे को लोकर लोगों को बहुत ज्ञान दे रहे थे। लेकिन अब जमीनी स्तर पर वह क्या कर रहे हैं? समस्या यह है कि कमलनाथ कांग्रेस में जारी अंदरूनी लड़ाई में व्यस्त हैं। उनके पास छिंदवाड़ा के लिए समय नहीं है। वह अपनी विधानसभा में तभी पहुंचेंगे जब चुनाव नजदीक होंगे।
उधर मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को यह बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन के दौरान कितनी बार अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी का दौरा किया। सलूजा ने दावा किया कि चौहान एक बार भी भोपाल से बाहर नहीं गए हैं। दूसरी ओर स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने इस पोस्टर को लेकर पुलिस से शिकायत करते हुए एक ज्ञापन सौंपा है। छिंदवाड़ा कोतवाली पुलिस स्टेशन में तैनात प्रभारी विनोद कुशवाहा ने कहा कि मामले की जांच के बाद ही वैधानिक कार्रवाई की जाएगी |