वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने बुधवार को महाराष्ट्र में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करते हुए संकेत दिया कि उनकी पार्टी विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के साथ गठजोड़ नहीं करेगी।
आंबेडकर ने अकोला में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि एमवीए के घटक दल-कांग्रेस, राकांपा (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वंशवादी राजनीति के प्रचार के लिए उनकी पार्टी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
डॉ बी आर आंबेडकर के पौत्र प्रकाश आंबेडकर ने पहले चरण के चुनाव के लिए अपनी पार्टी के आठ प्रत्याशियों के नाम घोषित किए जिनमें उन्होंने अकोला से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की।
आंबेडकर ने कहा, ‘‘वे (एमवीए) वंशवादी राजनीति के प्रचार के लिए वीबीए का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं जिसका हमने विरोध करने की कोशिश की है।’’
वीबीए ने भंडारा गोंदिया से संजय केवट, गढ़चिरौली से हितेश मडावी, चंद्रपुर से राजेश बेले, बुलढाणा से वसंत मागर, वर्धा से राजेंद्र सालुंखे, अमरावती से प्राक्जक्ता पिल्लेवार और यवतमाल-वाशिम से खेमसिंह पवार को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने इनमें से अधिकतर सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
आंबेडकर ने आरोप लगाया कि एमवीए के घटक दल मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे से जुड़े पहलू पर विचार नहीं कर रहे। उन्होंने दावा किया कि जरांगे ने पहले चरण के चुनाव में वीबीए के उम्मीदवारों को समर्थन देने की घोषणा की है।
आंबेडकर ने कहा कि पार्टी की प्रदेश समिति ने इस बारे में भी चर्चा की है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), मुस्लिम, जैन समुदायों से और समाज के गरीब तबकों से प्रत्याशी उतारे जाएंगे।