बीपीएससी के अभ्यर्थियों का साथ देने के लिए प्रशांत किशोर उनके साथ आ गए हैं। अभ्यर्थियों के साथ मिलकर आंदोलन के बाद अब वह गांधी मैदान के बापू स्थल पर अपने समर्थकों और अभ्यर्थियों के साथ गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। प्रशांत किशोर ने कहा, "परीक्षा 15 हजार बच्चों की है जो बच्चे आंदोलित हैं वे 3.5 लाख से ज्यादा हैं... लोग जानते और समझते हैं कि आधे से ज्यादा सीटों पर भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। सीटें बीक गई हैं। जिसने पढ़ाई की है उसे सीट नहीं मिलेगी... हर जिले और गांव-गांव में खबर फैली है कि एक-एक नौकरी के 30 लाख से 1.5 करोड़ तक लिए जा रहे हैं... सरकार को इस पर बोलना चाहिए..."।
<blockquote class="twitter-tweet" data-media-max-width="560"><p lang="hi" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> पटना, बिहार: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, "परीक्षा 15 हजार बच्चों की है जो बच्चे आंदोलित हैं वे 3.5 लाख से ज्यादा हैं... लोग जानते और समझते हैं कि आधे से ज्यादा सीटों पर भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। सीटें बीक गई हैं। जिसने पढ़ाई की है उसे सीट नहीं मिलेगी... हर… <a href="https://t.co/lPZ3kGSx2R">https://t.co/lPZ3kGSx2R</a> <a href="https://t.co/8ICNwj9EjI">pic.twitter.com/8ICNwj9EjI</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1875376197506568392?ref_src=twsrc%5Etfw">January 4, 2025</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पहले ही इस बात की घोषणा की थी कि अगर सरकार बीपीएससी परीक्षा को रद्द नहीं करती है तो वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। इस संबंध में प्रशांत किशोर ने कहा था कि "मेरी मांगों में परीक्षा रद्द करना और नए सिरे से परीक्षा आयोजित करना है। उन्होंने कहा कि मैं उन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करता हूं जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षाओं से भरे जाने वाले पदों को बिक्री के लिए रखा था।
पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किये जाने के बाद सरकार ने बात करने के लिए बुलाया था। फिर प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात की। उनसे मुलाक़ात के बाद ही प्रशांत किशोर ने इस बात की घोषणा कर दी कि अगर नीतीश कुमार की सरकार बीपीएससी पेपर लीक पर कार्रवाई के लिए मात्र "48 घंटे" तक इंतजार करेंगे और फिर वह अपना आंदोलन तेज करेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार जबतक बीपीएससी की परीक्षा कैंसिल नहीं करती है, तब तक यह अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में पूरी शिक्षा व्यवस्था चौपट है।उन्होंने कहा कि एक के बाद एक कर के अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मांगों में डोमिसाइल नीति लागू करना भी शामिल है।