कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस के पुनरोद्धार के लिए कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए चार महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं और पहले चरण पर काम शुरू हो गया है। जुलाई में प्रियंका गांधी वाड्रा का पूर्वी उत्तर प्रदेश का सघन दौरा प्रस्तावित है। हर जिले में वह बैठक करेंगी। इसके अलावा हर जिले में सांगठनिक समीक्षा के लिए ओपन हाउस और खुली भेंट होगी, जिसमें कोई भी आ सकता है।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार और यूपी में संगठन की कमजोर नब्ज पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने काम शुरू कर दिया है। मिशन 2022 को ध्यान में रखते हुए संगठन को मजबूत करने और नए लोगों को ज्यादा से ज्यादा जगह देने के फार्मूले पर काम किया जा रहा है। इसके लिए पिछले एक महीने से मीटिंगों का दौर चालू है और चार विशेष टीमें हर जिले का दौरा कर रही हैं। इनमें एआईसीसी सचिव और कुछ चुने हुए नेता शामिल हैं।
पिछले एक महीने में प्रियंका ने लोगों से की वन टू वन मुलाकात
प्रियंका गांधी की पिछले एक महीने में सूबे के करीब 960 लोगों से वन टू वन मुलाकात हुई है। इसमें नेता, कार्यकर्ता, किसान, व्यापारी, महिला, छात्र, प्रोफेसर और डॉक्टर शामिल हैं। पूर्वी यूपी के हर ज़िला अध्यक्ष, हर शहर अध्यक्ष, एक-एक प्रत्याशी, एक-एक प्रभारी से मिलीं और उनकी बातें ध्यान से सुनीं। साप्ताहिक मीटिंगों में पूर्वी उत्तर प्रदेश की आम जनता भी पहुंची और अपनी बात उन तक पहुंचाई।
‘बड़े नेताओं की गिरफ्त में फंसी जिला कमेटियों को मुक्त कराना’
प्रियंका गांधी ने अपने एआईसीसी सचिवों और चुनिंदा नेताओं की टीमें जिले-जिले भेजकर जांच पड़ताल की प्रक्रिया शुरू कराई है। हर टीम को एक जिले में न्यूनतम दो दिन रहकर सांगठनिक समीक्षा करनी है। टीम को जिले के पुराने और नए कांग्रेसियों और कार्यकर्ताओं से मिलना है। बड़े नेताओं की गिरफ्त में फंसी जिला कमेटियों को मुक्त कराना है और जिला कमेटियों को नया करना है। उनमें 50 फीसदी से ज्यादा 40 वर्ष से कम लोगों को लाना है। इसके अलावा अधिक से अधिक महिलाओं को जिला कमेटी का हिस्सा और जिले का पदाधिकारी बनाना है। दलित और पिछड़े वर्ग के युवा कार्यकर्ताओं और नेताओं को जिला नेतृत्व में स्थान सुनिश्चित करना है।
मिशन 2022 को ध्यान में रखकर संगठन पर काम किया जा रहा है
पूर्वांचल के प्रभारी अजय कुमार उर्फ लल्लू ने बताया कि संगठन को मजबूत करने की दिशा में पार्टी की ओर से मिले दिशा निर्देशों पर काम किया जा रहा है। पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जी ने जो रूपरेखा तैयार की है, उसे ध्यान में रखते हुए नयी सामाजिक शक्तियों, समाज के नेताओं, किसान नेताओं, युवा आंदोलनकर्मियों को संगठन के नेतृत्व में लाना है। कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों को आंदोलन में लगाना है और उनका सांगठनिक नव निर्माण करना है। फिलहाल, हाल में होने वाले उप विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं। हालांकि हमारा लक्ष्य मिशन 2022 है और उसी को ध्यान में रखकर संगठन पर काम किया जा रहा है।
पूर्वांचल के प्रभारी बने अजय कुमार
कांग्रेस ने हाल ही में सभी जिला और शहर ईकाईयों को भंग किया है। साथ ही कांग्रेस के विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू को पूर्वांचल का प्रभारी बनाया गया है। पश्चिमी यूपी के लिए अलग से निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल शिकायतों के बारे में एक तीन सदस्यी कमेटी सुनवाई करेगी। साथ ही उपचुनाव के लिए दो सदस्यों की टीम रणनीति तैयार करेगी।
भीतरघात पर शिकायत के लिए कांग्रेस ने जारी की मेल आईडी
कांग्रेस महासचिव और प्रभारी पूर्वी यूपी प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम न आने के बाद परिणामों की समीक्षा और चुनाव के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों या कार्यकर्ताओं द्वारा किसी प्रकार के भितरघात, जिसकी वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है, उसके अध्ययन के लिए तीन सदस्यीय अनुशासन समिति का गठन किया है। समिति की बैठक में यह तय किया गया है कि चुनाव के दौरान प्रत्याशी/पदाधिकारी/आम शुभचिन्तक/कार्यकर्ता जिसके पास पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोई भी जानकारी हो, किसी भी व्यक्ति या कार्यकर्ता के पास जो कि तथ्यपरक सूचना/प्रमाण हो, लिखित रूप से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ईमेल-नचबबसाव/ीवजउंपसण्बवउ पर या समिति के सदस्यों को पांच जुलाई तक उपलब्ध करा सकते हैं। समिति के सदस्य इन तिथियों में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के कार्यावधि के भीतर मौजूद रहेंगे।
अनुशासन समिति के सदस्यों ने स्पष्ट कहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्हें निर्देशित किया है कि कांग्रेस पार्टी को यूपी में मजबूत स्तर तक स्थापित करने के लिए यह जरूरी है कि कांग्रेस पार्टी के हर एक कार्यकर्ता के मन में किसी भी स्तर पर पार्टी के खिलाफ किसी भी प्रकार की भितरघात या नुकसान पहुंचाने की जानकारी है, तो उसके शंका का निवारण किया जाए और दोषी व्यक्तियों को दण्डित किया जाए, जिससे पार्टी का हर एक कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से लगकर पूरी जवाबदेही के साथ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को एक मजबूत ताकत के रूप में स्थापित करने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सके और आने वाले चुनावों में पार्टी अपना बेहतर प्रदर्शन करने में सफल हो। बैठक में समिति के सदस्य पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, पूर्व विधायक विनोद चौधरी और पूर्व विधायक राम जियावन शामिल रहे।