पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा पर राज्य के एक मंत्री के खिलाफ ‘‘बेबुनियाद’’ आरोप लगाने के लिए मंगलवार को निशाना साधा।
मान ने कहा कि आरोपों से पता चलता है कि जालंधर में 10 मई को होने वाले लोकसभा उपचुनाव से पहले वे घबराहट महसूस कर रहे हैं। सिरसा ने सोमवार को एक ट्वीट करके आरोप लगाया था कि मान के एक मंत्री का ‘‘आपत्तिजनक वीडियो’’ पंजाब के राज्यपाल को सौंपे जाने के बाद उक्त मंत्री ने इस्तीफा दे दिया।
सिरसा के आरोपों पर एक सवाल के जवाब में मान ने भाजपा नेता पर कटाक्ष किया और उनके दावों को ‘‘आधारहीन’’ करार दिया। मान ने कहा कि उन्हें कोई इस्तीफा या वीडियो नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री सुबह कार्यालय पहुंचने के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। पंजाब सरकार के कार्यालयों में नया समय मंगलवार को लागू हो गया, जो पहले सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक की व्यवस्था में बदलाव के साथ सुबह 7.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। नया समय 15 जुलाई तक लागू रहेगा।
किसी का नाम लिये बगैर कांग्रेस विधायक खैरा ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने आप मंत्री के आपत्तिजनक वीडियो राज्यपाल को सौंपे हैं। उन्होंने वीडियो के सही पाए जाने पर मंत्री को कैबिनेट से बर्खास्त करने की भी मांग की।
मान से खैरा के इस आरोप पर भी प्रतिक्रिया मांगी गई कि लाल चंद कटारूचक ने अपने बेटे को अपना टेलीफोन अटेंडेंट और अपने एक अन्य रिश्तेदार को अपना विशेष सहायक नियुक्त करके अपने मंत्रिपद का ‘दुरुपयोग’ किया है।
मान ने आरोप को खारिज करते हुए कहा, ‘इससे पता चलता है कि वे परेशान हैं। उन्हें कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है। वे जालंधर (उपचुनाव) को लेकर घबराये हुए हैं।’’ मान ने कहा, ‘‘इसलिए, वे कहते हैं कि उन्होंने (कटारुचक ने) अपने रिश्तेदार को नियुक्त किया है।’’
मान ने खैरा से यह भी पूछा कि उनके पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में गुरदासपुर से कटारूचक को क्यों उतारा था, यदि वह (कटारूचक) किसी भी तरह के अनुचित कृत्य में शामिल थे। कटारूचक ने भी खैरा के आरोपों को खारिज किया है। कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी के निधन के कारण जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।