भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा फिल्म अभिनेता सन्नी देओल को पार्टी में शामिल करने व गुरदासपुर से उम्मीदवार बनाने के फैसले पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पलटवार किया है। कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि लोग फिल्मी चेहरे देखकर वोट नहीं देते।
फिल्मी सितारे लोगों को क्या दे सकते हैं?
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि लोग नौकरियां चाहते हैं, इंडस्ट्री चाहते हैं व अपने क्षेत्र का विकास चाहते हैं। फिल्मी सितारे लोगों को क्या दे सकते हैं? उन्होंने सन्नी देओल के भाजपा में शामिल होने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अब लोगों में जागरूकता आ चुकी है। लोग फिल्मी चेहरे देखकर वोट नहीं देते।
‘फिल्मी सितारों से जनता क्या उम्मीद कर सकती है’
जाखड़ ने कहा कि फिल्मी सितारों का काम फिल्मों में अभिनय करना है। उनका उद्देश्य लोगों का मनोरंजन करना होता है तथा मनोरंजन करने के लिए भी लोगों से टिकट के पैसे वसूले जाते हैं। ऐसे फिल्मी सितारों से जनता क्या उम्मीद कर सकती है। सन्नी देओल कह रहे हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को केन्द्र में 5 वर्ष और देने के मुद्दे को लेकर भाजपा ज्वाइन की है। जाखड़ ने कहा कि क्या सन्नी देओल में इतनी हिम्मत है कि वह मोदी से आंख में आंख मिलाकर नोटबंदी व जी.एस.टी. के कारण व्यापारियों, उद्यमियों व किसानों को पहुंचे नुक्सान के बारे में हिसाब मांग सके।
‘स्थानीय स्तर पर नेता नहीं मिलने की वजह से पंजाब से बाहर के नेताओं को उतारा’
उन्होंने कहा कि भाजपा को गुरदासपुर में स्थानीय स्तर पर कोई भी नेता नहीं मिल रहा था। ऐसे ही हालात अमृतसर में थे, इसलिए दोनों स्थानों पर पंजाब से बाहर के नेताओं को चुनावी जंग में उतार दिया गया। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि अब गुरदासपुर के लोग भी फिल्म अभिनेता से यही सवाल करेंगे कि पिछले 5 वर्षों में मोदी सरकार ने अपने चुनावी वायदों को पूरा क्यों नहीं किया? उन्हें नहीं लगता कि सन्नी देओल इसका कोई जवाब जनता को दे सकेंगे।