फिल्मों से राजनीति में कदम रखने वाले दक्षिण भारतीय सुपरस्टार रजनीकांत सोमवार को चेन्नई स्थित एक कॉलेज में छात्रों से संवाद किए। इस दौरान रजनीकांत ने कहा कि जयललिता अब नहीं है और करुणानिधि बीमार हैं। तमिलनाडु को एक नेता की जरूरत है। वे आएंगे और उस वैक्यूम को भर देंगे। भगवान उनकी तरफ है। वे एक अच्छी सरकार चला सकते हैं। उन्होंने एमजीआर का नाम लेते हुए कहा कि वे उनकी तरह राज्य की सेवा कर सकते हैं।
रजनीकांत ने कहा, “मुझे पता है राजनीतिक सफर आसान नहीं है यह संघर्षों और बाधाओं के जरिए एक यात्रा है, लेकिन मैं वैसा शासन को दे सकता हूं जो उन्होंने (एमजीआर) आम लोगों को दिया और मेरा विश्वास है कि मैं भी ऐसा कर सकता हूं।”
I know the political journey is not easy. It is a journey through struggles and hurdles but I can give governance which they (MGR) gave to common people and I trust I can do that too.: Rajinikanth at Dr MGR Educational and Research Institute in Chennai pic.twitter.com/cM1aIzrn6X
— ANI (@ANI) March 5, 2018
वर्तमान सरकार और राजनेता पूछ रहे हैं कि ये अभिनेता अपना मेकअप क्यों छोड़ रहे हैं और राजनेता के रूप में उनकी नौकरी लेने के लिए आ रहे हैं। मैं 67 साल का हूं, क्योंकि आप अपना कर्तव्य नहीं कर रहे हैं, इसलिए मैं आगे बढ़ रहा हूं।
The present government and politicians are asking why are actors leaving their makeup and coming to take over their jobs as politicians. I am 67 years now, since you are not doing your duty I am stepping in: Rajinikanth in Chennai pic.twitter.com/a6fbBguwfX
— ANI (@ANI) March 5, 2018
उन्होंने कहा कि रजनीकांत ने कहा कि मैं स्वागत की उम्मीद नहीं करता, लेकिन आप हतोत्साहित क्यों कर रहे हैं?
कौन है एमजीआर?
मरुथुर गोपालन रामचंद्रन जो एमजी रामचंद्रन के नाम से प्रसिद्ध हैं। उनके चाहने वाले उन्हें एमजीआर के नाम से याद करते हैं। एमजी रामचंद्रन युवा अवस्था से ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। वह साल 1953 तक पार्टी के सदस्य बने रहे। एमजीआर महात्मा गांधी के सिद्धांतों मानते थे। इसलिए वह खादी के ही वस्त्र पहना करते थे। साल 1953 में एमजीआर ने एम करुणानिधि के अनुरोध पर द्रविड़ मुन्नेत्र कजगम/डीएमके पार्टी ज्वाइन कर ली।
एमजी रामचंद्रन ने डीएमके को छोड़कर वर्ष 1972 में अपनी खुद की नई पार्टी अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र काजगम यानी एआईडीएमके की स्थापना की। एमजीआर तमिलनाडू का चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचने वाले वह पहले फिल्म अभिनेता बने।