जम्मू-कश्मीर में पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) में उथल-पुथल के बीच पार्टी के ‘बागी’ विधायक अब्दुल मजीद ने कहा है कि भाजपा के साथ सरकार बनाने में नुकसान नहीं है। उनके इस बयान के बाद राज्य में फिर से राजनैतिक सरगर्मियां तेज होने के आसार हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बागी विधायक मजीद ने हाल में महबूबा मुफ्ती पर आरोप लगाने के बाद यह बयान दिया है। मौजूदा हालात में उनके बयान को अहम माना जा रहा है।
हाल ही में पीडीपी के छह विधायकों ने पार्टी से बगावत की है तथा पार्टी को फैमिली डेमोक्रेटिक पार्टी में तब्दील करने का आरोप लगाया। बागी विधायकों में जावेद बेग, यासिर रेशी, अब्दुल मजीद, इमरान अंसारी, अबीद हुसैन अंसारी और मोहम्मद अब्बास वानी शामिल हैं। बागी विधायक अब्दुल मजीद ने कहा था कि पीडीपी में कोई सुनवाई नहीं हो रही है जिससे लोग पार्टी छोड़ रहे हैं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ भाजपा ने मिलकर तीन साल तक जम्मू और कश्मीर में गठबंधन सरकार चलाई थी। 19 जून को भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद वहां राज्यपाल शासन लागू है। इस बीच पीडीपी में राजनैतिक गतिविधियों काफी तेजी से बढ़ रही हैं। जहां पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर पार्टी के विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया और केंद्र सरकार को इसके गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी तक दे डाली। उन्होंने कहा था, 'यदि दिल्ली ने 1987 की तरह लोगों से उनके मतदान का अधिकार छीना, यदि उसने बंटवारे की कोशिश की और उस समय की तरह हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो मुझे लगता है कि तब की तरह ही हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन और यासीन मल्लिक पैदा होंगे।'